मुजफ्फरपुर रेप कांड मामले में CM नीतीश कुमार को केंद्रीय मंत्री ने लिखी चिट्ठी, कर दी ये बड़ी मांग

मुजफ्परपुर में एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म –हत्या मामले में बिहार में सियासत तेज है. इस मुद्दे पर कांग्रेस और राजद मुखरता से उठा रहे हैं तो अब सत्ता पक्ष में शामिल लोजपा के राष्टीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी आवाज उठा दिया है.

उन्होंने लोजपा के अधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर किया है. जिसमें चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार को भेजे गए पत्र की कॉपी साझा की है. जिसमें उन्होंने मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हत्या एवं पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की घोर लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.

लोजपा ने एक्स पर क्या लिखा?

लोजपा के ऑफिसिल एक्स हैंडल पर लिखकर बतया गया कि विगत दिनों पटना में PMCH में मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर-हत्या एवं अस्पताल की घोर लापरवाही को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान

ने बिहार प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पत्र लिखकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की.

चिराग पासवान ने CM को पत्र में क्या लिखा?

चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार को जो पत्र भेजा है उसमें उन्होंने घटना की तारीख का जिक्र करते हुए लिखा  दिनांक 26 मई को मुज़फ्फरपुर ज़िले के कुढ़नी क्षेत्र में 9 वर्षीय दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर नृशंस हत्या की प्रयास की घटना ने सम्पूर्ण बिहार को झकझोर दिया है. यह हृदयविदारक घटना न केवल एक मासूम जीवन की बर्बर हत्या है, बल्कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था, सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की गहन विफलता को भी उजागर करती है.

पीड़िता ने 6 दिनों तक जीवन के लिए संघर्ष किया, किंतु 1 जून को PMCH, पटना में उसने दम तोड़ दिया. दुर्भाग्यवश, बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लगातार छह घंटे तक उसे एम्बुलेंस में ही तड़पते हुए इंतज़ार करवाया गया.

PMCH अस्पताल पर लगया गंभीर आरोप

यह तथ्य अत्यंत पीड़ादायक है कि जिन दरिंदों ने उस मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, वे जितने दोषी है, उतने ही दोषी PMCH अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी है, जिन्होंने बच्ची को बचाने के लिए जरूरी उपचार देने के बजाय उसे एंबुलेंस में ही छोड़ दिया और उसके इलाज में अमूल्य समय गवां दिया. यह केवल लापरवाही नहीं, बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध है.

“हर दोषी पर सख्त कार्रवाई हो”

आगे लिखा लोक जनशक्ति पार्टी के प्रतिनिधियों के रूप में पीड़ित परिवार से मिलर उन्हें हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिला चुके हैं लेकिन जब तक शासन और प्रशासन दोनों स्तरों पर इस घटना से जुड़े हर दोषी पर सख्त और पारदर्शी कार्रवाई नहीं होती तब तक न्याय अधूरा और अस्वीकार्य रहेगा.

गौरतलब है कि घटना के बाद बच्ची का इलाज मुजफ्फरपुर के एसकेएससीएच में हुआ था. इसके बाद उसे पीएमसीएच पटना रेफर किया गया था. दोनों ही जगहों पर इलाज में लापरवाही के आरोप लगे.

वहीं इस पूरे मामले में विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलवर है. तो दूसरी ओर मंत्री मंगल पांडेय ने जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के तीन डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया है.

नीतीश सरकार ने PMCH के प्रभारी को पद से हटाया

हालांकि इस पूरे मामलें में नीतीश सरकार ने एक्शन लेते हुए पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ अभिजीत को पद से हटा दिया है. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच की डॉ कुमारी विभा को भी सस्पेंड किया है.

गौरतलब है कि दलित नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है. 15 दिनों के अंदर स्पीड ट्रायल चलाकर कठोर कार्रवाई की बात सरकार की ओर से कही गई.

Related Articles