झारखंड : रांची में नकली पनीर का बड़ा खुलासा…खाद्य सुरक्षा विभाग ने जब्त किया 3.5 लाख का माल, बिहार से हो रहा था सप्लाई
Big disclosure of fake cheese in Ranchi... Food Safety Department seized goods worth Rs 3.5 lakh, was being supplied from Bihar

रामगढ़ पुलिस की मदद से खाद्य सुरक्षा विभाग ने नकली खोया और पनीर बनाने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है.मिली जानकारी के अनुसार, बिहार से रांची लाया जा रहा 750 किलो नकली खोया, 150 किलो नकली पनीर और 200 किलो मुरब्बा को विभाग ने जब्त किया है. जिसकी कीमत लगभग 3.5 लाख रुपये बताई जा रही है.
इसके साथ ही अवैध रूप से खाद्य सामग्री ले जाने के कारण तीन बसों पर जुर्माना भी लगाया गया है.
बसो की जांच में हुआ खुलासा
दरअसल, खाद्य सुरक्षा विभाग को जानकारी मिली थी कि बिहार से भारी मात्रा में नकली पनीर और खोया बस के जरिए रांची लाया जा रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब रामगढ़ पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से बीती रात बिहार से आने वाली बसों की जांच की गई.
पनीर पर आयोडिन डालते ही रंग हो गया काला
इस दौरान पाया गया कि बसों में नकली पनीर और खोया भरकर अवैध परिवहन किया जा रहा है. जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने हकीकत जानने के लिए बसों मालिकों से संपर्क किया, जिस पर बस मालिकों ने कहा कि उन्हें खोया और पनीर के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
इस मामले के बाद पुलिस और खाद्य विभाग मिलावटखोर के रैकेट तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है. हालांकि विभाग का कहना है कि अभी तक कोई भी इन खाद्य सामग्रियों को अपना कहने वाला नहीं है. पनीर के टुकड़ों पर आयोडिन डालते ही वह काला हो गया, जिससे साफ है कि यह पनीर नकली है.
कैसे बनाया जाता है नकली पनीर?
बदा दें कि नकली पनीर में सिंथेटिक केमिकल और स्टार्च मिलाया जाता है, जो शरीर के लिए जहर के समान होता है. इसे बनाने में डिटर्जेंट पाउडर, सिंथेटिक दूध और वनस्पति घी का प्रयोग होता है.
कैंसर जैसे बीमारियों का होता है खतरा
नकली पनीर में मौजूद केमिकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है और नियमित सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है. मौके पर विभाग ने जब्त खोया और पनीर का जांच किया गया, जिसमें दोनों में भारी मिलावट पायी गई.
तीनों बसो पर लगा 35 हजार का जुर्माना
वहीं इस मामसे में खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी दीप श्रीवास्तव ने बिहार से रांची जा रही आरजू बस, भोजपुर क्लासिक बस और रेखा क्लासिक बस पर अवैध रूप से खाद्य सामग्रियों को ले जाने के आरोप के बाद जुर्माना लगाया है.
तीनों बसों से 35 हजार रुपए जुर्माना के रूप में वसूले गए हैं और उन्हें चेतावनी दी गई है कि भविष्य में बिना अनुमति के इस तरह की खाद्य सामग्रियों का परिवहन ना करें.