झारखंड के सीएम की भाभी ठगी का शिकार…सीता सोरेन से लाखों रुपये की ठगी, आरोपी पर कार्रवाई की मांग

Jharkhand CM's sister-in-law becomes victim of fraud... Sita Soren cheated of lakhs of rupees, demand for action against the accused

सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन से किसने ठगी कर ली. किसने सीता सोरेन को लाखों का चूना लगा दिया. किसने जामा की पूर्व विधायक सीता सोरेन को ठगने की हिमाकत की. वह कौन है जिसने सीता सोरेन जैसी शख्सियत को ठग लिया है.

क्या वाकई सीता सोरेन के साथ ठगी हुई है. सीता सोरेन ने किस व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया है. क्या वह व्यक्ति, सीता सोरेन का करीबी है. इन तमाम सवालों का जवाब हम इस वीडियो में जानने का प्रयास करेंगे.

फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये निकाले

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीता सोरेन ने अपने पीए रह चुके देवाशीष पर चेक बुक में फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए निकासी करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में सीता सोरेन ने दुमका नगर थाने में एफआईआर भी दर्ज करायी है.

सीता सोरेन ने दुमका नगर थाना में जो आवेदन दिया है, उसके मुताबिक साल 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जामताड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ा था. उन्होंने रांची के जगन्नाथपुर के रहने वाले देवाशीष मनोरंजन घोष को अपना पीए नियुक्त किया था. देवाशीष मनोरंजन घोष ही उनका कामकाज देखते थे.

सीता सोरेन का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान देवाशीष घोष ही उनका कामकाज देखते थे. बकौल सीता सोरेन, जब उन्होंने देवाशीष से चुनाव के बाद हिसाब मांगा तो उन्होंने कुछ दिनों में सारी रिपोर्ट सौंपने की बात कही लेकिन काफी वक्त तक खर्चों का हिसाब नहीं दिया. सीता सोरेन का दावा है कि उन्होंने अपने स्तर से जांच की तो पता चला कि चुनाव खर्च के लिए पार्टी से जो रकम मिली थी उसमें भारी घोटाला हुआ है. सीता सोरेन का कहना है कि उन्होंने जब पीएम देवाशीष घोष से चेकबुक मांगा तो उसने आनाकानी की और बाद में जब इसे सौंपा तो उसमें सीता सोरेन के फर्जी हस्ताक्षर थे.

सीता सोरेन ने यह भी खुलासा किया है उनके पीए के बैंक खाते में मामूली रकम थी लेकिन चुनाव के दौरान इस खाते से बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन हुआ. देवाशीष घोष ने पश्चिम बंगाल से एक गाड़ी भी खरीदी. साथ ही उसने सोने के जेवरात काफी मात्रा में खरीदे हैं.

सीता सोरेन ने पुलिस को क्या बताया?

सीता सोरेन ने आवेदन में यह भी बताया कि उन्होंने जब मामले की अपने स्तर से जांच की तो पाया कि चुनाव में पार्टी द्वारा जो रकम दिया गया था, उसमें लाखों रुपए का घोटाला किया गया है. सीता सोरेन ने पुलिस से देवाशीष मनोष घोष पर कठोर कानूनी कार्रवाई करने को कहा.
बता दें कि इस मामले पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अब मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

मार्च 2025 में सीता सोरेन के PA ने तान दी थी पिस्तौल

बहरहाल, ये कोई पहली दफा नहीं हो जब सीता सोरेन ने अपने पीए रह चुके देवाशीष पर आरोप लगया हो. इससे पहले भी सीता सोरेन और उनके पीए को लेकर मामला सामने आया था. जब उनके पीए ने उनपर पिस्तौल तान दी थी.

गौरतलब है कि 7 मार्च को धनबाद जिले में एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंची थी जहां उनके पीए ने पिस्तौल तानकर जान से मारने की कोशिश की थी. हालांकि उस वक्त सीता सोरेन के सुरक्षा गार्ड ने देवाशीष को पकड़ लिया और पुलिस को बुलाया. पुलिस ने 2 पिस्तौल बरामद की है और देवाशीष को गिरफ्तार कर लिया गया था.

उस दौरान जांच पता चला था कि चुनावी फंड को लेकर ही विवाद हुआ था. जिसके बाद ही उनके पीए ने उनपर पिस्तौल तान दी थी. एक बार फिर से सीता सोरेन ने इसी मामले को लेकर देवाशीष पर चुनावी फंड पर घपला करने का आरोप लगाया है.

2024 में JMM से दिया था इस्तीफा

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले मार्च 2024 में सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गई थीं. बीजेपी ने उनको दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था जहां वह झामुमो के नलिन सोरेन से चुनाव हार गयीं. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में सीता सोरेन को उनकी परंपरागत जामा विधानसभा सीट की बजाय जामताड़ा से उम्मीदवार बनाया जहां उनको कांग्रेस के डॉ. इरफान अंसारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा.

चुनाव बाद सीता सोरेन ने कार्यकर्ताओं पर लगाए था आरोप

उस समय भी सीता सोरेन विवादों में आ गयी थी जब उन्होंने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ता तक पर विश्वासघात का आरोप लगाया था. अब सीता सोरेन ने दुमका नगर थाने में अपने पीए देवाशीष घोष के ऊपर धोखाधड़ी और घोटाले का आरोप लगाया है. देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस की जांच में यह आरोप कितना सही साबित होता है औऱ क्या नये खुलासे होते हैं.

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