धनबाद। डा आलोक विश्वकर्मा धनबाद के नये सिविल सर्जन होंगे। रविवार को हुए तबादले में डा आलोक को धनबाद जिले के स्वास्थ्य विभाग की कमान सौंपी गयी है। डा आलोक धनबाद के अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों में बतौर प्रभारी साथ साथ कोरोना काल में जिले का पहले कोवीड अस्पताल CHD के नोडल ऑफिसर के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं, लिहाजा वो जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की नब्ज बखूबी जानते हैं। उन्हें स्वास्थ्यकर्मियों की दिक्कतों का भी अहसास है…और स्वास्थ्यकर्मियों से मरीजों को होने वाली परेशानियों का भी पता है। डा आलोक को सिविल सर्जन की कमान मिलने के बाद HPBL न्यूज की टीम ने उनसे खास बातचीत की। हमारी टीम ने उनसे उनकी प्राथमिकताएं, उनकी पहल और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके नवाचार को लेकर विस्तार से चर्चा की।

नये सिविल सर्जन से साक्षात्कार की मुख्य बातें :-

  • सिविल सर्जन का नंबर स्वास्थ्य केंद्रों में सार्वजनिक होगा
  • मरीज अपनी शिकायत सीधे सिविल सर्जन को कर सकेंगे
  • मरीजों के साथ बेहतर बर्ताव हो, ये सुनिश्चित किया जायेगा
  • स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा
  • स्वास्थ्यकर्मियों की परेशानियों को भी दूर किया जायेगा
  • बेहतर काम के लिए कर्मियों को उचित सम्मान मिलेगा

HPBL के सवाल- HPBL की टीम की तरफ से नयी जिम्मेदारी मिलने की बधाई

सिविल सर्जन- जी, धन्यवाद

HPBL के सवाल- बतौर सिविल सर्जन आपकी प्राथमिकताएं क्या होगी ?

सिविल सर्जन के जवाब – मेरी पहली प्राथमिकता यही है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उनलोगों को मिले, जो स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं। जो झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं, जो गरीब-असहाय हैं, उन्हें त्वरित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए मेरा प्रयास होगा। कई बार ऐसा होता है, जब सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं होता है, जिसकी वजह लोग सरकारी अस्पतालों से दूर हो जाते हैं और फिर निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। मेरी कोशिश होगी, कि सरकारी अस्पताल से लोग जुड़ें, उनका शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में स्वागत हो। हमारे डाक्टर, हमारे एएनएम, हमारे स्वास्थ्यकर्मी प्रेम से उन्हें सेवा दें। मेरी प्राथमिकता इसी के बाद सारी शुरू होगी। अगर कोई मरीज हमारे पास आये और हम उसे डांटकर भगा दें, उनकी शिकायतों को अगर हम गंभीरता से नहीं लें, तो स्वाभाविक है, मरीज हमारे पास नहीं आयेगा। ऐसा अमूमन सरकारी संस्थाओं में देखने को भी मिलता है। हम इसमें बदलाव लायेंगे। हम स्वास्थ्यकर्मियों से कहना चाहेंगे कि वो स्वास्थ्य सेवा देने के लिए तत्पर रहें, हम उनकी भी परेशानी को दूर करेंगे। जहां तक संसाधन का सवाल है तो स्वास्थ्य केंद्रों में जो परेशानी है, उसे सरकार की नजर में लाया जायेगा। सरकार से उसे दूर कराने का प्रयास भी किया जायेगा।

HPBL के सवाल – पिछले दिनों में कई स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत आयी है। गोबिंदपुर के स्वास्थ्य केंद्र में तो अधिकारियों ने खुद गड़बड़ियां पकड़ी, ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों व स्वास्थ्य केंद्रों पर क्या कार्रवाई होगी

सिविल सर्जन के जवाब- आपका सवाल शत प्रतिशत सही है। इसमे कोई शक नहीं, ऐसी शिकायतें आती है। और मेरा प्रयास इसी दिशा में होगा, कि स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का शोषण नहीं हो, बल्कि उनकी सेवा हो।

HPBL के सवाल – ऐसे स्वास्थ्य केंद्र जहां से ज्यादा शिकायतें आती है या वैसे स्वास्थ्य केंद्र जो सुदूर क्षेत्र में हो, उनकी मानिटरिंग के लिए आपके पास क्या प्लानिंग है। कोई आप तक शिकायत कैसे पहुंचाये….

सिविल सर्जन के जवाब – इस संदर्भ में जब मैं यहां का प्रभारी था, तब भी मैंने प्रयास किया था। लेकिन, परेशानी की बात ये है कि इसमें जनता का भी सहयोग नहीं मिल पाता है। शायद उन्हें ये भय होता है कि अगर मैं शिकायतकर्ता बनूंगा तो मुझे और भी ज्यादा प्रताड़ित किया जायेगा। मेरा विचार है…..और जिसकी कोशिश मैंने पहले भी की है, कि मेरा नंबर सभी जगह पर डिस्प्ले रहे। शिकायत करने वालों को मैं आश्वस्त करूं, कि शिकायतकर्ता का नाम उजागर नहीं किया जायेगा। जहां तक शिकायतों पर कार्रवाई की बात है तो सबसे पहले मैं स्वास्थ्यकर्मियों को इस दिशा में जागरूक करने की कोशिश करूंगा, कि मरीजों के साथ दुर्व्यवहार या शोषण ना किया जाये। उनसे गलत तरीके से पैसे ना लिये जाये। क्योंकि आपकी ड्यूटी के एवज में सरकार वेतन देती है। उसी वेतन के अनुबंध से तो हम सरकार के नियमों से बंधे होते हैं। मरीजों के साथ पैसे के लेनदेन की शिकायत पर रोक लगाने की दिशा मैं प्रयास करूंगा और ऐसा कर पाया, तो मैं मानूंगा, कि ये मेरी बहुत बड़ी उपलब्धि है।

HPBL के सवाल- मतलब, आपके नंबर स्वास्थ्य केंद्रों और सामान्य जन के पास सार्वजनिक होंगे? ताकि कोई जरूरतमंद आपसे सीधे बात कर सके।

सिविल सर्जन के जवाब- बिल्कुल कोशिश मेरी यही है। कोई भी शिकायत हो और जरूरतमंद को ये लगता है कि स्थानीय स्तर पर उसका समाधान नहीं मिल रहा है, तो मुझसे सीधे बात करे। परेशानी छोटी-बड़ी नहीं होती। हो सकता है जो आपके लिए छोटी समस्या हो, वो उसके लिए बहुत बड़ी समस्या हो। हो सकता है उनकी शिकायत के बाद हमलोग बेहतर सुधार कर पायें। मेरा ये मानना है कि हमारा स्वास्थ्य क्षेत्र बहुत संवेदनशील विषय है। हम अपेक्षा करेंगे की हमारे स्वास्थ्यकर्मी भी उस पीड़ा को समझें और उसे मानवीयता के आधार पर दूर करने की कोशिश करें।

HPBL के सवाल – सिर्फ मरीजों की शोषण की बात नहीं, स्वास्थ्यकर्मियों की भी बहुत सारी परेशानी है। वो कई बार आंदोलन करते हैं, ज्ञापन सौंपते हैं, उनकी मांगों के संदर्भ में आपका क्या नजरिया है ?

सिविल सर्जन के जवाब – बिल्कुल सही कहा आपने, स्वास्थ्यकर्मियों का भी शोषण होता है, ये मैं भी जानता हूं। आज पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था हमारे स्वास्थ्यकर्मियों पर ही टिकी है। हम कहीं बैठक में जाते हैं, तो शासन स्तर पर हमें शाबाशी मिलती है, कि आपके जिले ने बेहतर काम किया है, आपने लक्ष्य को प्राप्त किया है। हमारी पीठ थपथपायी जाती है, ये सिर्फ और सिर्फ हमारे स्वास्थ्यकर्मियों और हेल्थ टीम की बदौलत ही मिल पाता है। जिले की हर कामयाबी के पीछे हमारी एएनएम, हमारे स्वास्थ्यकर्मी का योगदान होता है, जो धूप, गर्मी, बरसात की परवाह किये बगैर कच्चे-रास्ते पगडंडी से होते हुए जाकर सुदूर क्षेत्रों में मेहनत करते हैं। छह सात महीने तनख्वाह नहीं मिलने के बावजूद स्वास्थ्यकर्मी चुनौतियों का सामना कर जिले के लिए लक्ष्य हासिल करता है. अच्छा काम करता है। हम अधिकारी, उन्ही की बदौलत सरकार से तारीफ पाते है। इसलिए हमें स्वास्थ्यकर्मियों की भी पीड़ा देखनी है। उनको क्या तकलीफ है और उसका निदान किस तरह से हो सकता है। उनका निदान में मै यथासंभव सोचता हूं कि मेरे स्तर से हो पायेगा।

HPBL के सवाल – …तो क्या, जल्द ही धनबाद की जनता जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव देखेगी।

सिविल सर्जन के जवाब – देखिये, अभी तुरंत कोई दावा तो नहीं कर रहा हूं, मैं अपने स्तर से प्रयास जरूर करूंगा। मुझे धनबाद जिले के संसाधन की जानकारी है। मेरा तो प्रयास अभी यही होगा कि स्वास्थ्य सेवा देने वाले लोग ईमानदारी के साथ अपनी स्वास्थ्य सेवा दें। स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ कमियां है तो उसे मेरे संज्ञान में लायें। उसमें जो भी व्यवस्थाएं हम बेहतर बना सकें, उसकी बदलाव की हम कोशिश करेंगे। मैं अभी कोई दावा नहीं कर रहा हूं और ना मैं ये बोल रहा हूं, कि मैं तुरंत ही कोई चमत्कार कर दूंगा, लेकिन अपने स्तर से बेहतर करने का प्रयास जरूर करूंगा।

HPBL के सवाल – स्वास्थ्य और स्वास्थ्यकर्मियों को लेकर आप कुछ अपनी तरफ से कहना चाहेंगे ?

सिविल सर्जन के जवाब – मैं तो मीडिया से भी कहना चाहूंगा। सिर्फ आलोचनाएं नहीं हो, सकारात्मक बातें भी होनी चाहिये। कुछ कमियां है तो उजागर कीजिये, हम तक पहुंचाईये, स्वागत है, लेकिन जो जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में बेहतर काम हो रहा है, जो स्वास्थ्यकर्मी, डाक्टर अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हे भी प्रोत्साहित करे। मैं भी अपने स्तर से इस दिशा में कोशिश करूंगा, कि जो ईमानदारी से मेहनत कर रहे हैं, उन्हें सम्मान दिला सकूं।

HPBL- धन्यवाद सर, आपने हमें वक्त दिया….आप अपने उद्देश्यों में कामयाब हो, ये कामना रहेगी।

सिविल सर्जन- जी, धन्यवाद…आपका भी

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