रांची। स्वास्थ्यकर्मियों के नियमितिकरण आंदोलन को अब एक महीने होने वाला है। अभी तक नियमितिकरण की उम्मीदें परवान नहीं चढ़ी है। इसी बीच मंगलवार को उम्मीद की एक किरण जरूर दिखायी दी, लेकिन कुछ ही मिनटों में वो उम्मीद भी धाराशायी हो गयी। मंगलवार शाम को प्रदर्शनकारियों को ये खबर दी गयी कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता उनसे अनशन स्थल पर मिलने आने वाले हैं। ये सुनते ही अनशनकारियों की उम्मीदें हरी हो गयी, लेकिन काफी वक्त गुजर गया, मंत्री नहीं पहुंचे।

बाद में ये खबर मिली की मंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव आयेंगे, लेकिन विद्यानंद शर्मा भी नहीं आये। पहले मंत्री और बाद में संयुक्त सचिव का इंतजार करते करते शाम गुजर गया, लेकिन कोई भी अनशन स्थल पर नहीं पहुंचा। सरकार और विभाग के इस रुख से स्वास्थ्यकर्मियों का गुस्सा भड़क गया। नाराज अनुबंध पारा मेडिकल कर्मी बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के डोरंडा स्थित आवास का घेराव करेंगे।

इससे पहले, निर्धारित कार्यक्रम के तहत अनुबंध कर्मियों ने राजभवन से कचहरी चौक तक मशाल जुलूस निकाला। बता दें कि स्थायीकरण की मांग को लेकर अनुबंध पारा मेडिकल कर्मी 16 जनवरी से ही हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से बेहाल हो गयी है। बावजूद सरकार ने अभी तक वार्ता की दिशा में कदम नहीं बढ़ाया है।

NHM कर्मियों ने निकाला मशाल जुलूस

विभाग के रवैए से खिन्न होकर कर्मियों ने मशाल जुलूस निकाला और जमकर सरकार पर भड़ास निकाली। कर्मी इस बात से नाराज थे की आखिर सरकार बार बार अपने वायदे से मुकर क्यों जा रही। अनशन करियों की बिगड़ती हालत से नेतृत्वकर्ता काफी परेशान दिखे।लगभग सभी अनशनकारी अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, वावजूद इसके अस्पताल से भागकर अनशन स्थल पर पहुंच कर फिर से आमरण अनशन पर बैठ जाते है जिससे स्थिति बिगड़ती जा रही है।

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