पटना। बिहार शिक्षक भर्ती को लेकर बिना तथ्य BPSC पर आरोप लगाना अभ्यर्थियों को भारी पड़ गया है। BPSC ने 741 अभ्यर्थियों को नोटिस जारी कर फाइनल अल्टीमेटम जारी कर दिया है। BPSC ने दो टूक कहा है कि अगर 30 नवंबर तक अभ्यर्थियों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया या शपथ पत्र व साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किये, तो उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जायेगी।

दरअसल पहले चरण की शिक्षक भर्ती रिजल्ट को लेकर BPSC पर अभ्यर्थियों ने आरोप लगाये थे। BPSC ने इसके बाद अभ्यर्थियों को ये सुविधा दी थी कि अगर किसी अभ्यर्थी की कोई आपत्ति है तो वो अपने लॉगिन आईडी व पासवर्ड के जरिये डैशबोर्ड पर जाकर 29 अक्टूबर से लेकर 12 नवंबर तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। 27 अक्टूबर को जारी नोटिस में ये भी कहा गया था कि अभ्यर्थी को अपनी आपत्ति के साथ शपथ पत्र और साक्ष्य भी देना है।

BPSC के इस सूचना के बाद कुल 1756 अभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज करायी, लेकिन उनमें से सिर्फ 1015 अभ्यर्थियों ने ही अपनी आपत्ति के साथ शपथ पत्र और साक्ष्य दिये, जबकि 741 अभ्यर्थियों ने बिना शपथ पत्र के ही आपत्ति भेज दी। अब बिना साक्ष्य व शपथ पत्र के आपत्ति जताने वाले अभ्यर्थियों पर BPSC ने नजरें टेढ़ी कर ली है।

BPSC ने बिना शपथ पत्र व साक्ष्य के आपत्ति जताने वालों से दो टूक कहा है कि उनके इस कृत्य से ना सिर्फ BPSC की छवि खराब हुई है, बल्कि आयोग का समय भी बर्बाद हुआ है। लिहाजा 30 नवंबर तक स्पष्टीकरण इन अभ्यर्थियों से मांगा गया है। अगर इन्होंने जवाब नहीं दिया, तो इन सभी के खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जायेगी।

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