झारखंड: स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन में सप्ताह में एक दिन मडुआ आटा से बना व्यंजन दिया जायेगा। मडुआ आटा में 80 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है. यह आयरन का भी मुख्य स्रोत है. मडुआ विटामिन डी का भी अच्छा सोर्स माना जाता है।

इसकी तैयारी झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने पूरी कर ली है. इसके लिए जल्दी ही जिलों को आवश्यक दिशानिर्देश भेजा जायेगा. स्कूलों में इस माह के अंत या अगले माह से इसे शुरू कर दिया जायेगा. इसके लिए केंद्र सरकार झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण को 30 करोड़ रुपये देगी. राशि को लेकर केंद्र सरकार ने स्वीकृति भी दे दी है. बच्चों को बुधवार या शुक्रवार को मडुआ आटा से बना हलवा या लडडू दिया जायेगा. बच्चों के हलवा या लड्डू दोनों में से क्या दिया जाये, इसका निर्णय विद्यालय स्तर पर लिया जायेगा. विद्यालयों द्वारा बच्चों की पसंद के आधार पर निर्णय लिया जायेगा. इस संबंध में कमेटी गठन किया गया है।

झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने पूर्व में मडुआ आटा से व्यंजन बनाने वाले रसोइये से भी इसकी जानकारी प्राप्त की है. प्राधिकरण ने इसे लेकर गाइडलाइन तैयार की है. स्कूलों को इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश भेजा जायेगा. इसके लिए राशि विद्यालय को दी जायेगी. विद्यालय स्तर से ही मडुआ खरीद से लेकर अन्य प्रक्रिया पूरी की जायेगी।

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