गुमला । जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, जारी की 9वीं कक्षा की छात्रा करिश्मा कुमारी की गुरुवार को अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गयी. वह आठ दिनों से बीमार थी. छात्रा की मौत की खबर मिलते ही परिजन समेत अन्य लोगों ने जारी-चैनपुर मार्ग को घंटों जाम रखा.

क्या है मामला

कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल जारी की छात्रा करिश्मा कुमारी बीमारी के कारण वार्डेन से छुट्टी मांगी थी. लेकिन, वार्डेन ने छुट्टी नहीं दिया. यहां तक कि बीमार छात्रा की स्थिति की जानकारी परिजनों को भी नहीं दी गयी. गुरुवार को एक रिश्तेदार के माध्यम से जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई, तो परिजन अस्पताल आकर छात्रा को चैनपुर अस्पताल ले जा रहे थे.

स्थिति नाजुक होने के कारण छात्रा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इससे आक्रोशत परिजन, ग्रामीण व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जारी व चैनपुर मार्ग को एक घंटे तक जाम रखा. सीओ गौतम कुमार एवं चैनपुर थानेदार आशुतोष कुमार सिंह के समझाने के बाद लोग सड़क जाम हटाये. सीओ ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी।

क्या कहती है वार्डन

 वार्डेन कमला कुमारी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही जारी प्रखंड में झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय शिफ्ट हुआ है. जारी प्रखंड में अस्पताल नहीं है. अभी जो मौसम है. उसमें सभी बच्चियां बीमार हो रही है. छात्रा करिश्मा की दो बहन भी इसी विद्यालय के हॉस्टल में रहती है. लेकिन, उन्हें भी करिश्मा की बीमारी की जानकारी नहीं थी. बुधवार को जब मैं करिश्मा से पूछी, तो उसने बताया कि उसे पीलिया रोग हुआ था. इसी वजह से बुखार हुआ. मैंने परिवार को सूचना दी थी. इसकी जांच हो.

जिप सदस्य ने कारवाई की रखी मांग

जिप सदस्य ने कहा कि ऐसे लापरवाह वार्डेन पर अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो और भी कई बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जायेगा। माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से घर से दूर कस्तूरबा विद्यालय भेजते हैं. उनका भरोसा टूट जायेगा. सरकार ने गरीब तबके के बच्चियों को बेहतर शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से कस्तूरबा विद्यालय की स्थापना की थी. मगर, इन विद्यालयों में वार्डेन की लापरवाही से ऐसी घटना घटित होती है. उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.

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