Ranchi । झारखंड राज्य आजीविका पीआरपी बीएपी संघ के पीआरपी, बीएपी पद पर कार्य करने वाले दैनिकवेतनभोगी कर्मियों का पिछले कई वर्षों से चार सूत्री मांग को लेकर संघर्षरत है। सूबे के 81 विधायक कैबिनेट के सभी मंत्रियों, विभाग के सचिव, CEO अन्य अधिकारियों को अपने चार सूत्री मांग को लेकर कई बार पत्राचार किया गया। सदन में कई बार पीआरपी, बीएपी के मांग पर बात उठाई गई परंतु इसका कोई सकारात्मक असर नही दिखाई दिया।

विवश होकर सितंबर 2022 में तीनदिवसीय हड़ताल करने के बाद आश्वासन दिया गया था।परंतु कोई ठोस कार्रवाई न कर विभाग ने मानदेय में बढ़ोतरी करने के बजाय संकुल संगठन से प्रोत्साहन राशि शर्तों के साथ लेने के लिए लेटर निकालकर परेशान किया जिसके फलस्वरूप विवश होकर दिसंबर 2022 में 50 दिनों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया ।इसके बाद भी आश्वाशन देकर हड़ताल से वापसी कराया गया। परंतु अभी तक मांग को लेकर सरकार और विभाग सकारात्मक निर्णय नही लिया है।

संघ के राज्याध्यक्ष मुन्ना कापरी ने बताया कि संघ ने 13 दिसंबर 2023 को कार्यकारिणी बैठक बुलाई थी जिसमे प्रदेश के सभी जिलों के जिलापदाधिकारी के उपस्थिति में मांग और सरकार तथा विभाग के रवैये पर चर्चा करके विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार किया गया। 16 से 17 जनवरी तक काला बिल्ला लगाकर राज्य के सभी पीआरपी, बीएपी विरोध प्रदर्शन करेगी तथा 18 जनवरी 2024 को हेहल स्थित JSLPS राज्य कार्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगी। इसके बाद भी सरकार , विभाग के द्वारा मांगो पर कोई सकारात्मक पहलू पर कार्य नही होगा तो संघ अपनी विरोध दर्ज करने के लिए ठोस कदम उठाने को बाध्य होगी।

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