रांची। झारखंड में लाल आतंक पर पिछले कुछ सालों में अंकुश लगा है। अलग-अलग मुठभेड़ में झारखंड के जवानों 51 नक्सलियों को मार गिराया है, वहीं नक्सलियों के कई टाप कमांडर सलाखों के पीछे भेजे गये हैं। साल 2019 से 2022 के बीच पिछले तीन वर्षों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कुल 51 नक्सलियों को ढेर करने के साथ-साथ 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं झारखंड राज्य में चरमपंथी संगठनों के क्रियाकलापों पर निगरानी रखने के लिये एक विशेष कार्य दल के रूप में साइबर निगरानी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है।

राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा ने ये बातें कही है। डीजीपी ने सोमवार को रांची पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लगातार प्रभावी अभियान चला रही है, जिसके परिणामस्वरूप 2019 से 2022 के बीच कुल 1,526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, इसके अलावा विभिन्न मुठभेड़ों में कुल 51 नक्सली मारे गए हैं।

सिन्हा ने कहा कि नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद और नक्सलियों द्वारा वसूले गए लगभग 159 लाख रुपये जब्त किए गए हैं। डीजीपी ने कहा ने बताया कि बरामद किए गए हथियारों और गोला-बारूद में 136 पुलिस हथियार, 40 नियमित हथियार, 590 देशी हथियार शामिल हैं जिनमें 74 पुलिस हथियार शामिल हैं। 37,541 कारतूस, 1,048 आईईडी और 9,616 डेटोनेटर हैं।

गिरफ्तार नक्सलियों में एक पोलित ब्यूरो सदस्य, एक केंद्रीय समिति सदस्य, तीन विशेष क्षेत्र समिति सदस्य, एक क्षेत्रीय समिति सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सब-जोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर शामिल हैं।

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