प्रयागराज । दिल दहला देने वाली मामला सामने आई है। प्रयागराज के ऊंचडीह स्टेशन के बाद कथित तौर पर कहासुनी के दौरान मुसाफिर को दो जीआरपी जवानों ने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया जिसके बाद यात्री की मौत हो गई।

युवक झारखंड का निवासी बताया जा रहा है। घटना के बाद शुक्रवार को परिवार वालों की शिकायत पर जीआरपी के दोनों सिपाहियों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया। इसमें दोनों सिपाहियों पर गैर इरादतन हत्या और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मृतकों के परिजन ने बताया कि झारखंड का रहने वाला अरुण भुइयां अपने भाई हरि भुईयां और दोस्त अर्जुन के साथ मुंबई में मजदूरी करता था। दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए तीनों ट्रेन से झारखंड आ रहे थे । मृतक के भाई और दोस्त ने बताया कि स्टेशन देर से पहुंचने की वजह से तीनों टिकट नहीं ले सके थे।

उन्होंने ट्रेन में टीटीई से टिकट बनवाया था और जनरल बोगी में यात्रा कर रहे थे। इस दौरान प्रयागराज के ऊंचडीह स्टेशन के पास जीआरपी के सिपाहियों के साथ ट्रेन टिकट को लेकर अरुण भुइयां से कहासुनी हो गई। जीआरपी के साथ कहासुनी के दौरान अरुण भुइयां गेट के पास खड़ा था जिसके बाद कथित तौर पर विवाद होने पर जवानों ने अरुण को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। अरुण की ट्रेन से गिरते ही खबर पूरी बोगी में चली गई। इसके बाद ट्रेन में मौजूद मुसाफिरों ने हंगामा शुरू कर दिया और चैन पुलिंग करके ट्रेन को रोक दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना रात 9:00 बजे की है।

मुसाफिर की मौत के करीब 24 घंटे बाद प्रयागराज जंक्शन के जीआरपी थाने में ड्यूटी पर तैनात दोनों सिपाहियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। इस मामले में जीआरपी ने अपने दो सिपाहियों के खिलाफ 24 घंटे बाद हत्या की जगह कमजोर धाराओं में केस दर्ज किया है। हालांकि 323 और 304 और एससी एसटी एक्ट समेत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत भी केस दर्ज किया गया है।

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