झारखंड: … जब मंत्री निकले इंस्पेक्शन पर, शराब दुकान में उत्पाद मंत्री ने कई गड़बड़ियां पकड़ी, बोले, कई चीजों में शक की गुंजाईश…
Jharkhand: ... When the Minister went on inspection, the Excise Minister found many irregularities in the liquor shop, said, there is room for doubt in many things...
रांची। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी मंत्री एक्शन में हैं। लगातार विभागीय समीक्षा हो रही है, तो वहीं मंत्री इंस्पेक्शन पर भी निकल रहे हैं। पेयजल एवं मध निषेध मंत्री योगेंद्र महतो के औचक निरीक्षण से हड़कंप मच गया है। उन्होंने कांके रोड स्थित शराब दुकान का निरीक्षण किया और जरूरी निर्देश दिये। जांच के दौरान कई गंभीर लापरवाही भी मंत्री ने देखी। जिस पर उन्होंने नाराजगी भी जतायी।
मंत्री योगेंद्र महतो ने मध निषेध विभाग के पदाधिकारी के साथ आपातकाल बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अनियमितता पाने पर मंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई है। इसके बाद विभागीय मंत्री औचक निरीक्षण के लिए निकल गए। वो कांके स्थित शराब दुकान में पहुंचे, इस दौरान उन्होंने स्टाक की जांच की। साथ ही प्लेसमेंट एजेंसी से विस्तृत जानकारी भी ली।
इसके बाद उन्होंने कई जगहों पर औचक निरीक्षण किया. मंत्री योगेंद्र महतो के आदेश के बाद असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। दुकानों में उन्होंने स्टाक को चेक किया और वहीं पंजी निर्धारण का भी जायजा लिया। उन्होंने माना कि पंजी का जिस तरह से संधारण किया जाना चाहिये, वैसा नहीं किया जा रहा है।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मंत्री योगेंद्र महतो ने कहा कि जिला एक्साइज को प्लेसमेंट कंपनी की तरफ से रिकार्ड नहीं दिया जाता था। ये शिकायतें उनके पास आयी थी, कंपनियां सिर्फ सेल रिकार्ड ही दिया करती थी, जांच के दौरान इसकी पुष्टि हुई है।
उन्होंने मामले में जांच के आदेश दिये हैं। मंत्री ने स्वीकार किया कि गड़बड़ियां सामने आयी है। 10वें महीने तक का ही ओपनिंग बैलेंस मिला है, बाकी के दो महीने की अब तक जानकारी नहीं मिल पायी है। जबकि हर दिन जिला आबकारी विभाग को ओपनिंग बैलेंस की जांच करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि अगर एमआरपी से ज्यादा दर पर शराब बेचने की शिकायतें अगर आयेगी, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।