ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड में ED की बड़ी कार्रवाई: 7 जगह छापेमारी, 39 लाख नकद जब्त, ₹1.5 करोड़ की रकम फ्रीज

नई दिल्ली | 31 मई 2025 प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक हाई-प्रोफाइल मामले में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में कुल 7 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत की गई।

छापेमारी में बरामदगी:

  • ₹39 लाख की नकदी जब्त

  • 1.5 करोड़ रुपये के बैंक फंड फ्रीज

  • कई डिजिटल डिवाइसेज़, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आपत्तिजनक दस्तावेज़ बरामद

  • 48 फर्जी बैंक खातों की पहचान

यह कार्रवाई पंजाब एंड सिंध बैंक के तत्कालीन अफसर बेदांशु शेखर मिश्रा और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म Goa247.live के मालिकों से जुड़े मामले में की गई है।

क्या है पूरा मामला?

ED की जांच CBI और दिल्ली एंटी करप्शन ब्रांच द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर शुरू हुई। FIR के अनुसार, बेदांशु मिश्रा, जो दिल्ली विश्वविद्यालय के SGTB खालसा कॉलेज स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक शाखा में अधिकारी था, उस पर आरोप है कि उसने 46 फिक्स्ड डिपॉजिट खातों को बिना अनुमति तोड़ा, जिनमें से अधिकांश कॉलेज के नाम पर थे।

इस धोखाधड़ी के जरिए करीब ₹52.99 करोड़ की रकम का दुरुपयोग किया गया। इस में से लगभग ₹24 करोड़ रुपये फर्जी खातों के माध्यम से Goa247.live को ट्रांसफर किए गए।

इन फर्जी खातों (Mule Accounts) का उपयोग इस तरह से किया गया कि ट्रांजैक्शन्स बैंकिंग प्रणाली में ट्रेस न हो सकें। ये अकाउंट्स खुद गेमिंग प्लेटफॉर्म के संचालकों द्वारा मुहैया कराए गए थे।

पहले भी हो चुकी है ED की कार्रवाई

ED इससे पहले ही बेदांशु और उसके सहयोगियों की ₹2.56 करोड़ की संपत्तियां अटैच कर चुकी है। अब की गई ताज़ा छापेमारी से यह साफ होता है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए किस तरह से अवैध धन को वैध रूप में बदला जा रहा है, और इसमें बैंकिंग सिस्टम के भीतर के लोग भी शामिल हो सकते हैं।

आगे की जांच जारी

ED ने यह भी संकेत दिए हैं कि छापेमारी के बाद मिले दस्तावेज़ों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। जांच अभी जारी है, और भविष्य में इस घोटाले से जुड़े और बड़े खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।

Related Articles