“क्या मास्टर साहब आपको स्कूल में मन नहीं लगता है”…जब बाजार में मटरगश्ती कर रहे मास्टर साहब को आया ACS का फोन, कहा, आपको सस्पेंड किया जाता है..

“Master sahab, don't you feel like working in school?”…when master sahab who was loitering in the market got a call from ACS, he said, you are suspended…

School Teacher Suspend: स्कूल टाइम में मटरगस्ती मास्टर साहब को भारी पड़ गया। ACS ने स्कूल के हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है। ये मामला बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि प्रखंड स्थित जीएमएस मुरारपुर स्कूल का है। जानकारी के मुताबिक एसीएस ने औचक वीडियो कॉल हेडमास्टर का लोकेशन लिया, तो हेडमास्टर स्कूल के बजाय दुकान में मौजूद मिले।

 

जिसके बाद एसीएस ने कड़ी नाराजगी जताते हुए स्कूल के हेडमास्टर रितेश कुमार वर्मा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों में अनुशासन और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे औचक निरीक्षण के तहत ये कार्रवाई की गयी है।

 

बताया जा रहा है कि हरसिद्धि ब्लॉक स्थित जीएमएस मुरारपुर स्कूल के हेडमास्टर रितेश कुमार वर्मा को ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ द्वारा सोमवार को की गई एक वीडियो कॉल आधारित निरीक्षण किया।

 

वीडियो कॉल पर खुली पोल

निरीक्षण के समय जब स्कूल का जायजा लिया गया, तो रितेश कुमार स्कूल में मौजूद नहीं थे। इस पर ACS ने सीधे उन्हें कॉल किया।कॉल के दौरान जब ACS ने पूछा, “आप रितेश कुमार वर्मा बोल रहे हैं?” तो कुछ समय बाद “हैलो” की आवाज आई। शिक्षक ने ‘नमस्ते सर’ कहा और बताया कि वे पास की दुकान में हैं और स्कूल आ रहे हैं। ACS ने दोबारा पूछा कि वे दुकान में क्या कर रहे हैं, लेकिन टीचर कोई जवाब नहीं दे सके।

यहां देखें वीडियो 👇 👇 👇 👇 

स्कूल में आपको मन नहीं लगता है 

इसके बाद ACS ने कहा, “आपको स्कूल में मन नहीं लगता क्या?” इस पर भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। शिक्षक से जब पूछा गया कि क्या उनका मोबाइल वीडियो कॉल सपोर्ट करता है, तो कोई जवाब नहीं आया।

 

जब रितेश से पूछा गया कि क्या आप अटेंडेंस लगाकर घर चले जाते हैं? तो उन्होंने इंकार किया, लेकिन यह भी बताया कि उनका घर स्कूल से काफी दूर है। ACS ने सख्त लहजे में कहा, “फिर आप स्कूल कैसे छोड़ दिए? साढ़े ग्यारह हो रहे हैं और आप स्कूल में नहीं हैं।” रितेश कुमार कोई जवाब नहीं दे सके और न ही किसी अन्य शिक्षक से बात करा पाए।

 

शिक्षा विभाग की सख्ती

पूरे संवाद और निरीक्षण के बाद शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रितेश कुमार वर्मा को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। इस कार्रवाई को शिक्षा व्यवस्था में सुधार और शिक्षकों की जिम्मेदारी तय करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

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