देवघर। श्रावणी मेला की जबरदस्त तैयारी चल रही है। दो माह के सावन मेला के मद्देनजर इस बार देवघर सज धजकर तैयार हो गया है। इधर देवघर के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने मेला के मद्देनजर अधिकारियों कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। विशेष परिस्थिति में छुट्टी के लिए उन्हें अनुमति लेकर ही मुख्यालय छोड़ने की इजाजत होगी। डीसी ने निर्देश में कहा है कि देवघर जिला अन्तर्गत पदस्थापित सभी पदाधिकारी, कमी का अपने मुख्यालय में बने रहना आवश्यक है। सभी कार्यालय प्रधान प्रशासनिक, गैर प्रशासनिक, कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिया गया है कि उपायुक्त के गैर अनुमति के 31 अगस्त तक अवकाश पर नहीं जायेंगे और ना ही मुख्यालय छोड़ेंगे विशेष परिस्थिति में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री से विधिवत अनुमति के साथ अवकाश पर जायेंगे।

सांस्कृतिक राजधानी व द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ बाबा वैद्यनाथ की नगरी देवघर में लगने वाले विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला के अवसर पर प्रतिदिन लाखों की संख्या में तीर्थयात्रियों का आवागमन रहता है। इस वर्ष राजकीय श्रावणी मेला 3 जुलाई से आरंभ होकर लगातार दो माह 31 अगस्त तक चलेगा। गत वर्ष राजकीय श्रावणी मेला आयोजित किया गया, परंतु उस दौरान भी कोविड- 19 का प्रभाव पूर्ण रूप से दूर नहीं हुआ था। देश के “अन्य तीर्थ स्थल जहां कोविड-19 के पश्चात दर्शन-पूजन के लिए खोला गया है वहां आम श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य की तुलना में अधिक रही है।

ऐसे में राजकीय श्रावणी मेला 2023 के दौरान देवघर में भी गत अन्य वर्षों की तुलना में वृद्धि की संभावना है। विश्वप्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला-2023 के अवसर घर आगन्तुक लाखों की संख्या में प्रतिदिन आने वाले शिवभक्तों, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, पंक्तिबद्ध पूजा- अर्चना की व्यवस्था, विधि-व्यवस्था संधारण, भीड़ एवं अपराध नियंत्रण के लिए काफी संख्या में दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की आवश्यकता होती है। नियमित कार्यपालक दंडाधिकारियों, विशेष दंडाधिकारी, अन्य पदाधिकारियों, कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कार्यानुभव व दक्षता के आधार पर अत्यंत प्रभावी होता है।

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