काम की खबरें : सरकारी एजेंसियों में काम करने वाले अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे एप्पल के आईफोन और अन्य विदेश ब्रांड वाले मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करें. सरकारी कर्मचारियों को दफ्तर में इन्हें लाने से भी मना कर दिया गया है. हाल के हफ्तों में चीन में अलग- अलग सरकारी एजेंसियों के सीनियर अधिकारियों ने अपने जूनियर कर्मचारियों को चैट ग्रुप्स और मीटिंग में सरकार के इस आदेश की जानकारी दी है।

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की तरफ से ये कदम तब उठाया गया है, जब वह विदेशी टेक्नोलॉजी पर निर्भरता को कम करने और साइबर सिक्योरिटी को बढ़ाने पर जोर दे रहा है. चीन नहीं चाहता है कि विदेशी ब्रांड के डिवाइस के जरिए किसी भी तरह की संवेदनशील जानकारी देश की सीमाओं के बाहर जाए. वह जानकारियों को सीमित करने के लिए काम कर रहा है. चीन को लगता है कि विदेशी ब्रांड के फोन के जरिए जासूसी की जा सकती है.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की तरफ से ये कदम तब उठाया गया है, जब वह विदेशी टेक्नोलॉजी पर निर्भरता को कम करने और साइबर सिक्योरिटी को बढ़ाने पर जोर दे रहा है. चीन नहीं चाहता है कि विदेशी ब्रांड के डिवाइस के जरिए किसी भी तरह की संवेदनशील जानकारी देश की सीमाओं के बाहर जाए. वह जानकारियों को सीमित करने के लिए काम कर रहा है. चीन को लगता है कि विदेशी ब्रांड के फोन के जरिए जासूसी की जा सकती है.

पहले से भी लागू हैं प्रतिबंध

चीन ने कुछ खास सरकारी एजेंसियों के अधिकारियों के लिए पहले से ही आईफोन इस्VIEWINA APP करने पर बैन लगाया हुआ है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में बताया गया है कि नए आदेश के तहत प्रतिबंध का दायरा बढ़ा दिया गया है. माना जा रहा है कि इस बार प्रतिबंध कड़ाई से लागू होंगे.

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