हजारीबाग: जिले के इचाक प्रखंड में हर दिन हो रही बारिश के कारण मंगुरा पंचायत के जमवारी गांव में एक खपरैल के मकान की छत धंस गई। चार मासूम बच्चों के साथ पंकज गिरी उसमें दब गए। घटना 4 अक्टूबर की रात का है बताया जा रहा है।

पूरा परिवार खपरैल के मकान में सो रहा था। इसी दौरान अचानक खपरैल की छत धस गई। घर में सो रहे मकान मालिक पंकज गिरी एवं उसके चार बच्चे मलबे में दब गए। हादसा मंगलवार की रात 11 बजे की है।

हल्ला सुनकर पड़ोस के ग्रामीण जुटे एवं मलबे के नीचे से सभी लोगों को बाहर निकाला। खपरैल के मकान की लकड़ी और बांस गिरने से पंकज गिरी एवं दो बच्चे रियांश एवं आलोक घायल हो गये, जबकि दो जुड़वा बहने रिद्धि एवं सिद्धि बाल-बाल बच गई।

पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया

सूचना पाकर देर रात इचाक पुलिस पहुंची। तीनों घायलों को सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही मांगूरी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रामशरण जमवारी गांव पहुंचे। यहां से अस्पताल गए और तीनों घायलों का इलाज करवाने के बाद घर पहुंचाया। अब तीनों की हालत ठीक है।

पंकज की पत्नी के चिल्लाने पर आए पड़ोसी

पंकज की पत्नी तेज़नी देवी ने बताया कि हम सौच के लिए बाहर निकले थे। उसी दौरान घर गिर गया। मैं चिल्लाने लगी तो पड़ोस के लोग जुटे। इसके बाद बच्चों एवं मेरे पति को किसी तरह मलबे से बाहर निकाला।

मुखिया ने की पीएम आवास दिलाने की मांग

इधर मुखिया मीना देवी ने पंचायत भवन दूर होने के कारण परिवार के सदस्यों को स्कूल भवन में रहने की सलाह दी। साथ ही पीड़ित परिवार एवं अन्य क्षतिग्रस्त मकानों में रह रहे सभी परिवारों को अभिलंब प्रधानमंत्री आवास दिलाने की मांग बीडियो रिंकू कुमारी से की है। उन्होंने कहा कि जमुआरी गांव में अधिकांश गिरी जाति के लोग गरीब है। इनकी स्थिति दयनीय है। कई लोगों का घर क्षतिग्रस्त है। वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने के वजह से सभी लोग जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त मकान में रहने के लिए मजबूर है

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