नवसारी। गुजरात के नवसारी जिले के बिलीमोरा में मजदूरों के हाथ सोने का खजाना मिल गया। घर को ध्वस्त करने गए मजदूरों को 199 सोने के सिक्के मिले। सोने का सिक्का मिलने के बाद मजदूर मौके से फरार हो गये, इधर सोने के सिक्के चुराने के आरोप में पांच मजदूरों को गिरफ्तार किया गया है। सिक्कों पर किंग जॉर्ज पंचम की छवि उकेरी गई है। जिस मकान से खजाना निकला है वह बाजार स्ट्रीट पर स्थित घर एनआरआई हवाबेन बलिया का है।

वर्तमान में हवाबेन बलिया यूनाइटेड किंगडम के लीसेस्टर में रहते हैं। अधिकारी ने कहा कि बलिया ने ठेकेदार सरफराज करादिया और मध्य प्रदेश के अलीराजपुर के रहने वाले चार मजदूरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिन्हें मकान तोड़ने के काम पर रखा गया था। नवसारी अधीक्षक सुशील अग्रवाल ने कहा, “एक विरासत घर से सोने के सिक्कों की चोरी का मामला दर्ज किया गया है और पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। चोरी हुए सोने के सिक्कों की संख्या पर कोई स्पष्टता नहीं है। मकान मालिक हवाबेन बलिया की ओर से 21 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज कराई गई थी।”

एसपी ने कहा कि पांचों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 114 (अपराध होने पर मौके पर मौजूद दुष्प्रेरक) के तहत आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने ढांचे को गिराते समय सिक्के चुराने की बात कबूल कर ली है। उन्होंने कहा कि यहां की एक पुलिस टीम ने छह बार अलीराजपुर का दौरा किया और चार मजदूरों को गिरफ्तार किया। वलसाड के ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया। उन्हें 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया और 3 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

एसपी ने बताया कि किंग जॉर्ज पंचम की नक्काशी वाले कुल 199 सोने के सिक्के बरामद किए गए हैं, जो 1922 के हैं। हर सिक्के का वजन 8 ग्राम है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में उन सिक्के का मूल्य 92 लाख रुपये है। इस बीच, गिरफ्तार मजदूरों में से एक की शिकायत पर अलीराजपुर के सोंडबा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज होने के बाद मध्य प्रदेश के चार पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया गया। मजदूर ने दावा किया था कि पुलिसकर्मियों ने कुछ सोने के सिक्के लूटे थे।
एसपी ने बताया कि नवसारी पुलिस अब मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों से पूछताछ करने और उनके कब्जे से सिक्के बरामद करने के लिए अदालत से अनुमति मांगेगी। उन्होंने कहा कि बरामद सिक्के फिलहाल अदालत के पास हैं। उन्हें अदालत के फैसले के आधार पर राज्य सरकार या शिकायतकर्ता को सौंप दिया जाएगा। अदालत फैसला लेगी कि यह राष्ट्रीय खजाना है या निजी संपत्ति। एसपी ने कहा कि पुलिस इस मुद्दे पर स्पष्टता के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और गुजरात सरकार को लिखेगी।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...