रांची। झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होगा। आज कैबिनेट की बैठक में विधानसभा सत्र की तैयारी पर चर्चा होगी। कैबिनेट में शीतकालीन सत्र से संबंधित प्रस्ताव पेश कर स्वीकृति ली जा सकती है। वहीं, शीतकालीन सत्र का शेड्यूल जारी होगा। शासकीय कामों के मद्देनजर इस बार का शीतकालीन सत्र काफी महत्वपूर्ण होगा। इस सत्र में हेमंत सरकार अनुपूरक बजट भी लायेगी। वहीं पहली बार विपक्ष के नेता भी सदन में मौजूद होंगे।

इस बार का शीतकालीन सत्र काफी छोटा होगा। सत्र में कुल छह बैठकें होगी। जानकारी के मुताबिक 15 से 22 तक के शीतलाकीन सत्र में दो दिन 16 व 17 दिसंबर को शनिवार और रविवार को अवकाश होगा। सत्र को लेकर भाजपा तैयार है। नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में भाजपा दमखम दिखाने को तैयार है। भाजपा बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है। जेल के अंदर गोलीकांड पर सत्तापक्ष के लिए भाजपा मुश्किलें खड़ी करने वाला है।

चर्चा है कि इस शीतकालीन सत्र में एक बार फिर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति विधेयक को सरकार ला सकती है। इसे संसोधन के साथ लाने की तैयारी सरकार कर रही है। राजभवन की ओर से 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति विधेयक को राज्यपाल के संदेश के साथ विधानसभा को वापस मिल गया है। राज्यपाल ने अटॉर्नी जनरल की सलाह का हवाला देते हुए राज्य सरकार से इस विधेयक पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया है। कहा गया है कि राज्य की चतुर्थवर्गीय नियुक्तियां स्थानीय के लिए आरक्षित करने पर निर्णय लिया जा सकता है।

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