रांची। झारखंड में नाराज कांग्रेस विधायक क्या बजट सत्र में शामिल होंगे? जिस तरह से केंद्रीय नेतृत्व कांग्रेस विधायकों की नाराजगी को तवज्जो नहीं दे रहा है, उससे एक बात तो साफ है कि इन विधायकों को बेरंग ही वापस लौटना पड़ सकता है। दरअसल दिल्ली में अभी तक किसी बड़े नेता से इन विधायकों की मुलाकात नहीं हुई है। लिहाजा से माना जा रहा है कि सभी विधायक तरह से रांची से दिल्ली गये थे, उसी तरह से दिल्ली से वापस रांची भी लौट आयेंगे।

अगर ये विधायक बजट सत्र में नहीं लौटे, तो भाजपा इस में खेला कर सकती है। वो बजट सत्र के दौरान फिर से विश्वास मत हासिल करने का दवाब बना सकती है। इससे पहले कांग्रेस की तरफ से 12 विधायकों के नाराज होने का दावा किया जा रहा था। कांग्रेस के 17 विधायकों में 4 मंत्री बन चुके हैं, जबकि प्रदीप यादव उप नेता हैं। बाकी के 12 कांग्रेस विधायक फिलहाल आंखें तरेरे हुए हैं।

लेकिन ये नाराजगी किसी काम की फिलहाल दिख नहीं रही है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से भी अभी तक इस दिशा में कुछ कहा नहीं जा रहा है। दरअसल चुनाव की घड़ी करीब है, ऐसे में कांग्रेस विधायक पर ज्यादा पार्टी ने चाबुक चलाया, तो इसका असर लोकसभा चुनाव में हो सकता है। लिहाजा पार्टी भी इस मामले में फूंक फूंककर कदम बढ़ा रही है। हालांकि विधायकों के रवैये से झारखंड विधानसभा में 23 फरवरी से आरंभ हो रहे विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा को सत्ता पक्ष पर प्रहार करने के लिए एक नया मुद्दा मिल गया है।

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