रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति इन दिनों कल्पना सोरेन के आसपास ही सिमट गयी है। पार्टी में जिस तरह से कल्पना सोरेन सक्रियता दिखा रही है, उससे एक बात तो साफ है कि झारखंड की राजनीति आने वाले दिनों में कल्पना सोरेन झामुमो की कमान संभाल सकती है। फिलहाल 21 अप्रैल को होने वाली रैली के लिए कल्पना सोरेन ने कमान संभाल रखी है।

वो लगातार इस संबंध में सोशल मीडिया में पोस्ट भी कर रही है और विपक्ष को लामबंद भी कर रही है। कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट कर उलगुलान रैली के मकसद को बताया है। उन्होंने बताया है कि आखिर क्यों इस रैली का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि तानाशाही के खिलाफ, चंदा चोरों के खिलाफ, इलेक्टोरल बॉण्ड महालूट के खिलाफ, जल, जंगल, जमीन लूटने वालों के खिलाफ, आदिवासी विरोधियों के खिलाफ, दलित विरोधियों के खिलाफ, पिछड़ा विरोधियों के खिलाफ, अल्पसंख्यक विरोधियों के खिलाफ, महिला, युवा, किसान, मजदूर विरोधियों के खिलाफ, सरकारी संपत्तियों को बेचने वालों के खिलाफ, बेरोजगारी के खिलाफ, महंगाई के खिलाफ पूरा देश कह रहा है उलगुलान! उलगुलान! उलगुलान! अपनी आवाज बुलंद करने को, उलगुलान शुरू करने को रांची चलो – 21 अप्रैल 2024 प्रभात तारा मैदान झारखंड झुकेगा नहीं! INDIA रुकेगा नहीं!

आपको बता दें कि उलगुलान रैली के बहाने झामुमो झारखंड में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है। इस रैली में ना सिर्फ झामुमो कार्यकर्ता पूरे प्रदेश से जुटेंगे, बल्कि दिल्ली के रामलीला मैदान की तर्ज पर इंडिया गठबंधन के सभी दिग्गगज नेताओं को भी झारखंड के उलगुलान मंच पर लाने की तैयारी है। हालांकि इस बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिली है कि रैली में कौन कौन सी पार्टी का कौन नेता शामिल होगा। लेकिन झामुमो की तैयारी काफी तगड़ी है। वो रैली के मंच से हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है।

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