रांची। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर झाररखंड में सबसे ज्यादा किचकिच कांग्रेस में ही है। दरअसल पार्टी नेतृत्व कुछ बदलाव चाहता है। दरअसल पिछली सरकार में जो तीन मंत्री थे, उनके काम काज से संगठन खुश नहीं है। कई स्तर पर शिकवा शिकायते भी चुकी है। ऐसे में महिला ब्रिगेड का नंबर कांग्रेस से लग सकता है। अंबा प्रसाद का नाम तेजी से आगे आया है, लेकिन अंबा प्रसाद के साथ मुश्किलें है कि वो पहली बार की विधायक है। कुछ चर्चाएं दीपिका पांडेय की भी है।

दरअसल जो तीन मंत्री पिछली सरकार में थे, वो किसी ना किसी आरोपों में घिरे हुए हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों करीब है, ऐसे में पार्टी को अपनी इमेज की भी चिंता है। लिहाजा रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख में से एक-दो का पत्ता कट सकता है। पिछली सरकार में कांग्रेस का कोटा चार मंत्रियों का था। एक आलमगीर मंत्री बन चुके हैं, जबकि तीन नामों में एक महिला का नाम आगे आ रहा है। जबकि बन्ना, रामेश्वर और बादल के नामों पर कई तरह की अटकलें हैं।

इस बीच प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर आलाकमान दिल्ली जा रहे हैं। चर्चा है कि संभावित मंत्रियों के नामों पर दिल्ली में वो आला नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी इस संदर्भ में झामुमो नेतृत्व से बात भी कर सकते हैं। उनकी बात होने के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी। नए मंत्रियों के नाम पर पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल का निर्णय अहम होगा। इसी आधार पर 16 फरवरी को मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। ज्ञात हो कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के संभावित मंत्रियों के नाम तय हो चुके हैं और कांग्रेस से सूची मिलते ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...