गिरिडीह: सरकार प्राप्त शिकायत के आलोक में सख्त करवाई करने वाली है ? ये बात इसलिए कहनी पड़ रही है क्योंकि जिन पदाधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री के भ्रमण दौरान जिलों में प्राप्त हुई थी उनपर कारवाई होनी शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में जिले के एनडीसी सुदेश कुमार सरकार के रडार पर है. इन पर गलत तरीके से पीडीएस लाइसेंस जारी करने का आरोप है. गिरिडीह में सीएम हेमंत सोरेन के एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान जिले के कुछ अधिकारियों की शिकायत हुई थी. जिनमें इनका नाम सबसे ऊपर था. जिसके बाद इन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो कभी भी इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
क्या है शिकायत
गिरिडीह में सीएम की गई इनकी शिकायत में कहा गया था कि इनके क्रियाकलापों जिले में राज्य सरकार की छबि खराब हो रही है. इससे पहले भी इनकी शिकायतें आती रही है. इनके खिलाफ कांग्रेस नेता चार दिनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं. तब मीडिया और सोशल मीडिया पर इनकी कारगुजारी खूब उछली थी. कांग्रेसी अब कह रहे हैं कि इनके पाप का घड़ा भर चुका है, कारवाई होनी ही चाहिए।
क्या है आरोप
जिला आपूर्ति विभाग के प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी रहते हुए 208 राशन डीलर को गलत तरीके से डीलर का लाइसेंस निर्गत कर देने के मुद्दा बगोदर विधायक विनोद सिंह इसी बजट सत्र में सदन में सवाल उठा चुके हैं. इनके प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी के कार्यकाल के दौरान गिरिडीह में हुए चना घोटाला भी चर्चा में रहा है. यह भी चर्चा है कि राज्य के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी व एक विधायक की छत्रछाया की चर्चा भी जोरों पर है। यही वजह है की विभाग में अब तक बचते रहे हैं. अब सीधे सीएम से शिकायत व विधानसभा में सवाल उठने के बाद इनपर गाज गिरना तय माना जा रहा है। क्योंकि सत्ता पक्ष की पार्टी भी NDC के विरोध में है।