Vijay Hansda Biography In Hindi: विजय हांसदा को पार्टी ने एक बार फिर से राजमहल सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। 2019 में मोदी लहर के बावजूद जीत दर्ज करने वाले विजय हांसदा के बारे में ये पहले ही माना जा रहा था, कि पार्टी उन्हें ही प्रत्याशी बनायेगी, आज जब प्रत्याशी के नाम का ऐलान हुआ, तो JMM ने उनके नाम पर ही मुहर लगायी। राजमहल की सीट हांसदा परिवार की पारंपरिक सीट कही जाती है। विजय हांसदा से पहले उनके पिता थॉमस हांसदा उसी सीट से चुनाव जीतते रहे हैं।

झारखंड का राजमहल सीट आदिवासी बहुल सीट है, जहां आदिवासी मतदाता ही प्रत्याशियों की किस्मत तय करते हैं। विजय हांसदा के 2019 में कांग्रेस छोड़कर झामुमो में शामिल हुए थे। 2019 में जिस दिन चुनाव की तारीखों का ऐलान होना था, उससे एक दिन पहले ही विजय ने कांग्रेस छोड़ दी थी और झामुमो में चले आये थे।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के टिकट पर आदिवासियों के लिए आरक्षित राजमहल संसदीय सीट से विजय हांसदा लगातार दो बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इनके माता-पिता दोनों कांग्रेस के नेता रहे। पिता झारखंड के पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। मां भी कांग्रेस पार्टी में सक्रिय रही, लेकिन, विजय हांसदा पिछले करीब 11 साल से झामुमो की राजनीति कर रहे हैं और मोदी लहर में भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों को पराजित किया है।

युवा नेता विजय हांसदा का जन्म साहिबगंज जिले के बरहड़वा कलातल्ला गांव में 27 अक्टूबर 1982 को हुआ. उनके पिता का नाम थॉमस हांसदा और माता का नाम शांति सरोजिनी मुर्मू है। झारखंड कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे थॉमस हांसदा अब इस दुनिया में नहीं हैं। विजय के पिता थॉमस हांसदा संताल परगना ही नहीं, बल्कि झारखंड के बड़े नेताओं में एक थे। युवा सांसद विजय हांसदा वर्ष 2019 से संसद की कई कमेटियों के सदस्य रहे।

16 सितंबर 2019 को ज्वाइंट कमेटी ऑन ऑफिसेज ऑफ प्रॉफिट के सदस्य बने. 13 सितंबर 2019 से वह कोयला खदान और स्टील पर स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य, गृह मंत्रालय के कंसल्टेटिव कमेटी के सदस्य बने. मई 2019 में 17वीं लोकसभा के लिए लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए. 12 मार्च 2015 से 25 मई 2019 तक वह लाइब्रेरी कमेटी के सदस्य रहे, कोयला मंत्रालय की कंसल्टेटिव कमेटी में सदस्य, ग्रामीण विकास विभाग की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य रहे. पहली बार विजय हांसदा 16वीं लोकसभा के लिए मई 2014 में सांसद चुने गए थे.

राजमहल संसदीय सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। इस क्षेत्र में आदिवासियों मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वह अपने संसदीय क्षेत्र में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. विजय हांसदा कहते हैं कि गीत गाने और लोगों से मिलने-जुलने और उनसे बहुत कुछ सीखना उन्हें अच्छा लगता है फुटबॉल उनका पसंदीदा खेल है। जब भी मौका मिलता है, वह खुद को फुटबॉल खेलने से रोक नहीं पाते। उनका सरल सहज अंदाज क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है।

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