रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर जातिगत जनगणना की वकालत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस वर्ग की जितनी भागीदारी, उतना उन्हें लाभ मिलना चाहिये। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर साल 2021 में ही अपनी मांगें रखी है। राजभवन में बिल भेजा गया था, लेकिन उस पर कोई फैसला अब तक नहीं लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा भीमराव साहब ने सभी वर्गों को समान अधिकार मिलने की बात कही थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वक्त काफी करीब आ गया है, जब आदिवासी, दलित वर्ग को आगे आने का मौका मिलेगा। जल्द हीये समाज आगे आयेगा। जातिगत जनगणना कराने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहाकि 2021 से ही इस बात की पहल हमने की है। विधानसभा से पास कर आरक्षण का बिल भी राजभवन को भेजा गया है। जिसमें किस वर्ग को कितना आरक्षण मिलना चाहिये, वो शामिल है।

उन्होंने कहा कि सरकार बिल्कुल आश्वस्त है कि जिस जाति वर्ग की जितनी भागीदारी है, उन्हें उतना हक मिलना चाहिये। दिल्ली में गृहमंत्री के साथ होने वाली बैठक को लेकर हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर मौका मिला तो राज्य हित से जुड़े अन्य मुद्दों को भी वो जरूर रखेंगे। लेकिन उससे पहले उन मुद्दों पर ही चर्चा करेंगे, जिसे लेकर ये बैठक बुलायी गयी है।

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