Mulberry Benefits: झारखंड बिहार समेत पूरे देश में भीषण गरमी पड़ रही है। पारा 45 के करीब पहुंच चुका है। लू से हाल बेहाल है, ऐसे में नये नये फल भी बाजार में आ गये हैं। गर्मी के इस सीजन में तरबूज, खरबूज, आम, ककड़ी और शहतूत का सीजन होता है। कई लोग शहतूत को देखकर नजर अंदाज कर देते हैं। ग्रामीण इलाकों में शहतूत मिलता है, लिहाजा हाट बाजारों में भी इसकी उपलब्धता होती है। ऐसे में लोग इसे मामूली फल समझने की भूल कर देते हैं।

लेकिन छोटे से फल शहतूत के बेहद बहुत बड़े बड़े हैं। भले ही ये फल मार्केट में सिर्फ 1-2 महीने के लिए मिलता हो, लेकिन इसके फायदे शरीर को सालों साल तक ताजा रखते हैं। पेट की बीमारी, नर्वस सिस्टम और डायबिटीज में शहतूत फायदेमंद होता है। स्वाद में खट्टा-मीठा शहतूत खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है। यूं तो लोग इसके स्वाद की वजह से खाना पसंद करते हैं, लेकिन हम आपको बता रहे हैं कि अब इसके गुणों की वजह से आप शहतूत खाना शुरू कर दीजियेगा।

शहतूत पक्षियों और अन्य जानवरों के भोजन का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह फल विटामिन सी, विटामिन बी6, आयरन, कैल्शियम, जिंक और अन्य आवश्यक खनिजों से भरपूर है। इसका पेड़ मधुमक्खियों के लिए अमृत का भी स्रोत है। साथ में इसकी पत्तियां रेशम के कीड़ों के लिए भी भोजन का स्रोत हैं। जानिए शहतूत के औषधीय गुण कौन-कौन से हैं?

शहतूत को औषधीय गुण का खजाना माना जाता है। आयुर्वेद में शहतूत का इस्तेमाल कई रोग दूर करने में किया जाता है। शहतूत में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें तो शहतूत में सायनाइडिंग, ग्लूकोसाइड नाम का फाइटोन्यूट्रिएंट्स होता है जो खून रक्त में मौजूद विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करने का काम करता है। इसके अलाव ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखता है।

शहतूत खाने के फायदे

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
शहतूत एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है। एंटीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, क्योंकि इनसे कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है।

मानसिक स्वास्थ्य को बनाए बेहतर-
मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी शहतूत फायदेमंद माना जाता है। शहतूत खाने से नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है।

डायबिटीज में फायदेमंद-
शहतूत में ऐसे गुण भी होते हैं जो शरीर में इंसुलिन बनाने की प्रक्रिया को तेज करते हैं। यानि डायबिटीज के मरीज के लिए भी शहतूत फायदेमंद फल है। इससे मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है। शोध के अनुसार, शहतूत अपने मधुमेह विरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। सफेद शहतूत आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। शोध के अनुसार, सफेद शहतूत में पाए जाने वाले कुछ यौगिक, उन दवाओं के समान हैं जिनका उपयोग टाइप 2 मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है।

एंट-एजिंग गुण
कहा जाता है कि शहतूत में एंटी-एजिंग गुण होते हैं। इसे खाने से त्वचा की झुर्रियों और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

संक्रमण से लड़ता है
शहतूत को एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है और अक्सर इसका उपयोग एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा की स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कोलन कैंसर के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है।

कब्ज में राहत-
शहतूत को पेट के लिए फायदेमंद माना गया है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है। आपको करीब 5-10 मिली शहतूत लेना है और खाना है। इससे कब्ज में बहुत आराम मिलेगा। शहतूत पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है। यह डाइजेस्टिव सिस्टम में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही पेट की बीमारियों को शांत करके पाचन में सुधार कर सकता है।

अन्य फायदे-
आंख की रोशनी बढ़ाने के लिए भी शहतूत का इस्तेमाल किया जाता है। इससे फेस पर ग्लो आता है और तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। बालों को मजबूत बनाने के लिए भी शहतूत का सेवन करना चाहिए। शहतूत के पत्तों और पेड़ की छाल का उपयोग भी आयुर्वेद में किया जाता है। यानि 2 महीने के लिए इस फल खूब सेवन करना चाहिए।

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