जांजगीर। सावन के महीने में छत्तीसगढ़ में जांजगीर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां आस्था के नाम पर एक युवक ने अपनी जीभ भगवान शंकर को चढ़ा दी। जीभ चढ़ाने के बाद वो शिवलिंग पर ही बैठा रहा। युवक का नाम चंद्रशेखर पटेल हैं, जो पामगढ़ क्षेत्र के डोंगाकहरौद का रहने वाला है। इधर घटना के बाद लोगों की भीड़ देखने के लिए मंदिर के पास जुट गयी।

सावन का दूसरा सोमवार था, ऐसे में लोगों दूध, जल और बेलपत्र भगवान भोले को अर्पित कर रहे थे। इधर भक्ति भाव के बीच 19 वर्षीय चंद्रशेखर ने अपनी जीभ ही भगवान भोले को चढ़ा दी। इधर आस-पास के लोगों ने उसे अस्पताल ले जाना चाहा। मगर उसके घरवालों ने मना कर दिया। अब उसे मंदिर में ही रखा गया है।

युवक का कहना है कि मेरा मन किया इसलिए मैंने जीभ काटकर चढ़ा दी है। जानकारी के मुताबिक चंद्रशेखर के घर के करीब ही तालाब किनारे शिव मंदिर बना है। सुबह वह 11 से 12 बजे की बीच पूजा अर्चना करने वह पहुंचा था। इसके बाद उसने जीभ चढ़ा दिया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक शिवरात्रि पर चंद्रशेखर के बड़े भाई सुखीराम ने भी अपनी जीभ काटकर शिवलिंग पर चढ़ाई थी। चंद्रशेखर की मौसी ने भी अपनी जीभ काटकर शिवलिंग पर चढ़ाई थी।

पूरा परिवार भगवान शिव में अधिक आस्था रखते हैं। ये परिवार मंदिर का पुजारी भी हैं। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची ने जब युवक को उपचार के लिए अस्पताल ले जाने की बात कही, तब परिवार के लोगों ने कहा यह हमारी आस्था है और इसमें अस्पताल नहीं ले जाने देंगे। मंदिर परिसर में की युवक को रखा गया है। वहीं जब युवक से पूछा गया कि जीभ किस लिए कटी तो युवक ने स्लेट पर लिखकर बताया की मन किया तो काट दिया हूं। फिलहाल ये घटना काफी चर्चाओं में है। वहीं स्थानीय लोगों का देर शाम तक मंदिर में मजमा लगा रहा।

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