SP पर नौकरानी ने लगाया छेड़खानी का आरोप, पहले मछली बनवायी, फिर शराब पी और साहब ने…. डीजीपी के निर्देश पर बनी जांच कमेटी
कौशांबी। उत्तर प्रदेश के पुलिस महकमे में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एसपी पर उसकी नौकरानी ने छेड़खानी का आरोप लगा दिया। इस मामले में डीजीपी के निर्देश पर जांच कमेटी बन गयी। वहीं अगले ही दिन नौकरानी अपने बयान से मुकर गयी। मामला यूपी के कौशांबी का है, जहां कौशांबी के एसपी बृजेश श्रीवास्तव पर नौकरानी से छेड़खानी का आरोप लगा दिया ।
नौकरानी का आरोप था कि एसपी कौशांबी ने नशे की हालत में छेड़खानी की है। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई थी। एडीजी जोन भानु भाष्कर के मुताबिक “डीजीपी के निर्देश पर मामले की जांच के लिए आईजी रेंज चंद्रप्रकाश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। कमेटी में आईजी प्रयागराज चंद्रप्रकाश, एसपी चित्रकूट बृंदा शुक्ला और आईएएस ईशा प्रिया शामिल हैं। कमेटी चार दिन के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
पुलिस अधीक्षक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि चोरी करते हुए पकड़े जाने पर महिला इस तरह का आरोप लगा रही है। महिला कौशाम्बी की ही रहने वाली है और पिछले कुछ महीनों से काम कर रही थी. उसका आरोप है कि एक दिन साहब ने घर पर मछली बनवाई और शराब पी। फिर कमरे में पानी रखने को कहा, वह पानी रखकर जाने लगी तो गलत काम का दबाव बनाया। महिला के आरोप का वीडियो भी वायरल हुआ।
वहीं आरोप लगाने वाली महिला अपने आरोपों से पलट गयी। उसने प्रेस कांफ्रेंस करके मीडिया कर्मियों को बताया कि उसने एसपी पर जो भी आरोप लगाए हैं। वह निराधार हैं। फालोवर को हटाने के दूसरे दिन बर्तन साफ करते समय प्लेट टूट गई थी। लिहाजा एसपी की पत्नी ने उसे फटकार लगाते हुए नौकरी से हटा दिया था। इस पर उसने एसपी को फंसाने की साजिश रची थी। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, नौकरी से निकाले जाने पर महिला ने फंसाने का प्रयास किया है। उसके द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। वह अपने बयान से पलट भी गई है।