रांची। ED की जांच में फंसे हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की दिमागी स्थिति पता लगाने के लिए मनोचिकित्सक की मदद ली जायेगी। मनी लाड्रिंग और अवैध खनन के आरोप में पकड़ाये पंकज मिश्रा का रिम्स में इलाज चल रहा है। डाक्टर लगातार उनके स्वभाव में बदलाव देख रहे हैं। नाम तो वो अपनी बीमारी बता पा रहे हैं और ना ही अपनी परेशानी के बारे में सही-सही बता रहे हैं, लिहाजा इलाज करने वाले डाक्टर भी काफी परेशान हैं। ऐसे में अब मनोचिकित्सक की मदद ली जायेगी।

मनोचिकित्सक विभाग के एचओडी अजय बाखला ने पंकज मिश्रा की शुरुआती जांच की है, लेकिन अभी अभी उनके टेस्ट होनी बाकी है, जिसके बाद ही डाक्टर कुछ नतीजे पर पहुंच पायेंगे। 29 जुलाई को पंकज मिश्रा को पेट दर्द, बीपी और सुगर की परेशानी के बाद रिम्स लाया गया था। मेडिकल बोर्ड में भी पंकज मिश्रा की बीमारी के बारे में चर्चा हुई, जिसके बाद ये फैसला लिया गया कि पंकज मिश्रा के इलाज केलिए मनोचिकित्सक की मदद ली जाये।

डाक्टरों को आशंका है कि पंकज मिश्रा कई दवाओं को खाने की वजह से साइड इफेक्ट का शिकार हो गये हैं।  मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन और सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. शीतल मलुआ, मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. विद्यापति, क्रिटिकल केयर के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य और सर्जरी के डॉ. विनय प्रताप पंकज मिश्रा का इलाज कर रहे हैं.

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