पटना। बिहार का राजनीतिक घटनाक्रम बड़ी तेजी से बदल रहा है। जेडीयू विधायकों की बैठक खत्म होने के बाद यह खबर सामने आई है कि जेडीयू के सभी विधायकों ने गठबंधन से जुड़े फैसले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है। इस बीच राजद खेमे से भी एक बयान सामने आया है कि तेजस्वी यादव ने गृह मंत्रालय की डिमांड कर दी है। हालांकि राजद की तरफ से इस मुद्दे पर को खुलकर तो नहीं बोल रहा,  लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि तेजस्वी यादव ने गृह मंत्रालय की मांग की है।

नीतीश कुमार ने आज तक गृह मंत्रालय किसी को नहीं दिया

आपको बता दें कि गृह मंत्रालय के मुद्दे पर जेडीयू और आरजेडी के बीच गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नीतीश कुमार जब से मुख्यमंत्री बने हैं, गृह मंत्रालय अपने पास ही रखा है। नीतीश कुमार ने ना तो कभी अपने गठबंधन के साथी को गृह मंत्रालय सौंपा है और ना ही कभी अपनी ही पार्टी के नेता पर यकीन कर गृहमंत्री का जिम्मा दिया है। लिहाजा गृहमंत्रालय की मांग अगर तेजस्वी की तरफ से की जाती है तो फिर नीतीश कुमार इस बारे में अपना निर्णय क्या लेते हैं, इस पर हर किसी की नजर होगी।

तेजस्वी आखिर क्यों चाहते हैं गृह मंत्रालय

तेजस्वी यादव आखिर क्यों गृह मंत्रालय मांग रहे हैं। इसके पीछे जानकारों का स्पष्ट मानना है कि गृह मंत्रालय बेहद पावरफुल होता है। गृहमंत्री ना सिर्फ नंबर टू की हैसियत सरकार में रखता है, बल्कि IPS और IB का कंट्रोल भी उसके पास आ जाता है, जिसकी अभी लालू परिवार को सबसे ज्यादा जरूरत है। गृह मंत्रालय जिसके पास होता है उसके पास और इंटेलिजेंस की जानकारी होती है, जाहिर है तेजस्वी गृह मंत्रालय का जिम्मा संभालकर अपने परिवार और पार्टी को कई मुश्किलों से बचा सकते हैं।

इधर बिहार के बदलते घटनाक्रम पर लालू यादव की बेटी चंदा ने ट्वीट कर लिखा है तेजस्वी भव बिहार । इससे पहले लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी ट्वीट कर लिखा था “राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं लालटेन धारी” इस बयान के भी मतलब निकाले जा रहे हैं। मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में जेडीयू के साथ आरजेडी के नए रिश्ते की शुरुआत हो जाएगी वहीं बीजेपी और जेडीयू का वर्षों पुराना रिश्ता अब टूट जायेगा।

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