जमशेदपुर। हिमाकत तो देखिये! एक कर्मचारी ने ट्रांसफर कराने पूर्व मुख्यमंत्री का अनुशंसा पत्र दे दिया। इस मामले के खुलासे के बाद अब जहां कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है, तो वहीं विभागी कार्रवाई की भी तैयारी चल रही है। मामला जमशेदपुर का है, जहां विद्युत उपभोक्ता फोरम, चाईबासा में पत्राचार लिपिक के पद पर तैनात आशीष कुमार आचार्या ने तबादला कराने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का फर्जी सिफारिशी पत्र जमा कर दिया।

जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री के जमशेदपुर स्थित पते पर उसके आचार्या द्वारा स्थानांतरण के लिए दिए गए अनुशंसा पत्र के हस्ताक्षर की संपुष्टि का अनुरोध किया गया है। फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मचारी के खिलाफ आरोप पत्र गठित करने की प्रक्रिया चल रही है। स्थानांतरण के लिए सिफारिशी पत्र देते वक्त आशीष कुमार आचार्या विद्युत उपभोक्ता फोरम, चाईबासा में पत्राचार लिपिक के पद पर तैनात थे।

उन्हें हटाते हुए विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, रांची में तैनात किया गया। लिहाजा उन्होंने तबादले के लिए फर्जीवाड़ा का सहारा ले लिया। इस कारनामे से बिजली महकमे के अधिकारी सन्नाटे में हैं। सिफारिशी पत्र को लेकर सतर्कता बरतने का निर्देश दिए गए हैं। एक पदाधिकारी के मुताबिक, ऐसे कर्मियों को सचेत भी किया गया है तो स्थानांतरण आदि के लिए अनुशंसा पत्र के जरिए दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।

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