गिरिडीह । शिक्षा विभाग में स्कूल के बेंच-डेस्क खरीद में बरती गई अनियमितता का मामला सामने आने के बाद से ही जिले के उपायुक्त काफी सख्त दिख रहे है। डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने जहां पूरी खरीद की जांच को लेकर अनुमंडल स्तरीय टीम का गठन कर दिया है. वहीं, अब जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) से स्पष्टीकरण से 11 अक्टूबर तक मांग की है. जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ साथ कार्यालय के लिपिक देव कुमार कश्यप पर लगे आरोप पर भी जवाब मांगा है.

मामला गंभीर,कई बिंदुओं पर मांगा जवाब

जिले के उपायुक्त ने DSE से पूछा है कि बेंच डेस्क क्रय में विभाग द्वारा मानक संचालन उपलब्ध कराया गया है? आपके द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई गई. विभागीय निर्देश के अनुपालन को लेकर आपके द्वारा क्या क्या किया गया. आपके द्वारा डेस्क-बेंच क्रय में नियमित पर्यवेक्षण नहीं किया गया. ऐसे में लगता है कि अनियमितता रोकने में आप विफल रहे. डीसी ने डीएसई से ऑडियो रिकॉर्डिंग में संलिप्तता, मुखिया और हेडमास्टर के परिवाद पत्र पर पक्ष और मंतव्य सहित आरोपी कर्मी का स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया गया है।

 आज देना है जवाब 

डीसी नमन ने जिला शिक्षा अधीक्षक को लिखे पत्र में सख्त और स्पष्ट निर्देश दिया है. कहा है कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न विद्यालय में खरीदे गए बेंच-डेस्क के मामले में अनियमितता की शिकायत विभिन्न श्रोत से प्राप्त हुई है. अनियमितता से सम्बन्धित ऑडियो भी उन्हें प्राप्त हुआ है. इतना ही नहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड के प्रधानाध्यापक अमृत साव एवं महेशलुंडी के मुखिया शिवनाथ साव से परिवाद पत्र भी प्राप्त हुए हैं. इस परिवाद पत्र में आपके ऊपर कई आरोप लगाए गए हैं. साथ ही साथ कार्यालय के लिपिक देव कुमार कश्यप द्वारा राशि मांगने का भी आरोप लगाया गया है. डीसी ने डीएसई को पूरी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.

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