जमशेदपुर: पुलिस के व्यवहार से तंग आकर एक दंपती ने आत्महत्या कर ली। पति – पत्नी इंसाफ मांगने थाने पहुंचे थे उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ। न्याय की उम्मीद में थाने पहुंचे पति- पत्नी ने निराश होकर आत्महत्या कर ली। घटना जमशेदपुर की है। आदित्यपुर थाना अंतर्गत एमआईजी कॉलोनी निवासी मुकेश अग्रवाल और उसकी पत्नी बीना अग्रवाल ने घर लौट कर आत्महत्या कर ली।
पुलिस पर मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप
पुलिस ने दंपति को धमकी दी थी और मारपीट भी, पुलिस समझौता करने का दबाव बना रही थी। इनकार करने पर पुलिस ने दंपति के साथ मारपीट की जिससे निराश होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। पुलिस आरोपों से इनकार कर रही है, आदित्यपुर थाने के प्रभारी राजन कुमार ने थाने में किसी तरह की मारपीट नहीं हुई थी. पारिवारिक विवाद की वजह से दोनों ने आत्महत्या की है. मुकेश अग्रवाल का अपने भाइयों के साथ विवाद चल रहा था। उन्होंने बताया कि मृतक के बुजुर्ग माता-पिता थाने आए थे और बताया कि उन्हें भरण-पोषण के लिए चारों बेटे में से कोई भी 1000 रुपये नहीं दे रहा है।
थाने में ही कर दिया था अब जीना मुश्किल है
महिला बीना की बहन रीना ने इस मामले पर बताया कि 4 साल पहले उनकी शादी हुई थी और एक बच्चा भी है। उसने अपनी बहन के ससुरालवालों पर दहेज प्रताड़ना का भी आरोप लगाया और साथ ही कहा कि परिवार द्वारा टॉर्चर करने के कारण दोनों थाने गए थे जहां उनसे मारपीट की गई है। कार्रवाई नहीं होने पर दोनों ने थाने में ही यह कह दिया था कि अब दोनों को जीना नहीं है और दोनों वहां से निकल गए। घर जाकर अपने बच्चे को खेलने के लिए बाहर भेज दिया और खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन उसे तत्काल एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मुकेश घर चलाने के लिए फूड डिलिवरी का काम करता था।