पटना। नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है और फिर से एनडीए में वापसी की खबरों पर मुहर लगा दी है। भाजपा के खाते में दो डिप्टी सीएम का पद आयेगा, वहीं मुख्यमंत्री एक बार फिर नीतीश कुमार बनेंगे। 9वीं बार नीतीश कुमार शपथ लेंगे, जो अपने आप में रिकार्डर होगा। बिहार में आज शाम शपथ लेने जा रही नई एनडीए सरकार का स्वरूप भी सामने आ गया है। पिछली जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सरकार में तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी उप मुख्यमंत्री थे। इस बार भाजपा ने दो नए चेहरे दिए हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार में नए गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए आज शाम पटना पहुंचेंगे। बिहार भाजपा ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उप नेता चुना है। ये दोनों नई सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे। नीतीश कुमार 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके जरिए भाजपा ने जातिगत समीकरण भी साधने की कोशिश की है। बता दें कि विजय सिन्हा भूमिहार और सम्राट चैधरी कोइरी समाज से आते हैं।

ओबीसी वोट बैंक में यादवों के बाद सबसे ज्यादा संख्या बल कुर्मी-कोइरी का है. यादवों की आबादी तकरीबन 15 फीसदी है, तो कुर्मी-कोइरी की 7 फीसदी के करीब. वहीं भूमिहारों की आबादी करीब 3 फीसदी है। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से बिहार में महागठबंधन गठबंधन को भंग करने के लिए भी कहा. जदयू नेता ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ तीन वाम दलों वाले महागठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी और इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।

उन्होंने कहा, ‘मैं लंबे समय से किसी भी बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा हूं, क्योंकि महागठबंधन में चीजें सही नहीं थीं. मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी से राय और सुझाव मिल रहे थे. मैंने उन सभी की बात सुनी और आज इस्तीफा दे दिया और वर्तमान सरकार को समाप्त कर दिया’।

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