पटना। सरकारी स्कूलों में जल्द ही गेस्ट टीचर्स की भी भर्ती होगी। बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते राज्य सरकार ने फैसला लिया है। इनकी नियुक्ति के लिए स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को अधिकृत किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा एक सितंबर से इस व्यवस्था को लागू करने का निर्देश दिया गया है।

बिहार लोकसेवा आयोग की ओर से शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू है। हालांकि, शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने और उनके प्रशिक्षण में कम से कम छह महीने लग जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इसके लिए शनिवार को आदेश जारी कर दिया है।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और उप विकास आयुक्तों को पत्र लिख कर कहा है कि वे शिक्षा में सुधार के प्रयासों में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करें।पत्र में कहा गया है कि लगातार प्रयास से विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है। इसके कारण कुछ दूसरी समस्याएं भी पैदा हुई हैं, जिसमें शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या है।

ऐसे में तत्कालिक व्यवस्था के तहत इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को गेस्ट टीचर्स की सेवा लेने के लिए प्राधिकृत किया गया है। वे आउससोर्सिंग के माध्यम से तय एजेंसियों से आवश्यकता अनुसार गेस्ट टीचर्स की सेवा ले सकते हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पहले ही निर्देश दिया जा चुका है।

इसके अलावा आईसीटी लैब के लिए कंप्यूटर खरीद का आदेश दिया गया है। 10 हजार स्कूलों में कंप्यूटर लैब लगाने की योजना है। प्रथम चरण में 4707 स्कूलों का चयन किया गया है। जिलाधिकारियों और उप विकास आयुक्तों को कहा गया है कि वे व्यक्तिगत रूचि लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक करें।

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