रांची। लंबे समय से इंतजार कर रहे रेलवे को रांची- मुरी रेलखंड पर सिल्ली से इलू बाइपास लाइन बनने की उम्मीद जग गई हैं. इसके लिए रांची रेल डिविजन ने मुख्यालय को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भेजी है. डीआरएम जसमित सिंह बिंद्रा ने बताया कि डीपीआर रेलवे मुख्यालय को भेजा गया है.

वहीं पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस पर विस्तार से चर्चा भी हुई है. उम्मीद है कि जल्दी ही रेलवे बोर्ड से इसकी मंजूरी मिल जायेगी. ज्ञात हो कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद संजय सेठ से कहा था कि सिल्ली- इलू लाइन का डीपीआर बनाया जा रहा है. इसे जल्द भेजने का निर्देश डिविजन को दिया गया है.

क्या होगा फायदा

सिल्ली-इलू नयी लाइन की मांग 2015 से उठ रही है. झारखंड के सिल्ली व पश्चिम बंगाल के इलू के बीच 5.9 मीटर नयी लाइन से आसपास के ग्रामीण इलाकों का विकास होगा. नयी लाइन शुरू होने से टाटा-रांची की ट्रेनें मुरी जंक्शन नहीं जाकर सिल्ली-इलू होकर अप-डाउन करेंगी. इससे मुरी स्टेशन से ट्रेनों का बोझ भी कम होगा।

वहीं सिल्ली-इलू लाइन बनने से रांची से हावड़ा और जमशेदपुर की दूरी कम होगी, सफर भी सुगम होगा और यात्रियों को करीब एक घंटे समय की बचत होगी. इधर रेलवे के अधिकारी ने बताया कि प्रस्तावित सिल्ली-इलू बाइपास रेल लाइन के सर्वे को वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में मंजूरी दी गयी है. दूसरी बार सर्वे में इस प्रस्तावित लाइन की लंबाई करीब 10 किमी से परिवर्तन के साथ कम करके 5.9 किमी की गयी है.

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