शुभ मुहूर्त: भारत में रक्षाबंधन के त्योहार को राखी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। इस साल रक्षाबंधन पर 700 साल बाद पंच महायोग का शुभ संयोग बन रहा है। लेकिन इस साल पूर्णिमा तिथि दो दिन होने के कारण लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है कि आखिरी राखी का त्योहार मनाना किस दिन उत्तम रहेगा।

30 अगस्त को रहेगा भद्रा का साया

यह आमतौर पर श्रावण महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है जो हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार ज्यादातर अगस्त में पड़ता है। इस वर्ष रक्षा बंधन हिंदू पंचांग के अनुसार 30 अगस्त, बुधवार को है। हालांकि 30 अगस्त को सुबह 10:58 बजे से रात 9:01 बजे तक भद्रा का साया रहेगा। भद्राकाल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। ऐसे में 30 अगस्त को 09:01 बजे के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा

क्या 31 अगस्त को पूरे दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन

आप रक्षाबंधन 31 अगस्त को भी मना सकते हैं लेकिन इस दिन पूरे दिन रक्षाबंधन नहीं मनाया जाएगा। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहर्त केवल सुबह 7:05 बजे तक है। क्योंकि इस दिन पूर्णिमा सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक ही है।

ज्योतिषों की राय

द्रिक पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन 30 अगस्त को है। हालांकि, भद्रा काल के कारण, 31 अगस्त को भी राखी बांधना स्वीकार्य है। इस साल भद्रा पुंछ 30 अगस्त को शाम 5:30 बजे से शाम 6:31 बजे तक रहेगा। इसके बाद, रक्षा बंधन भद्र मुख शाम 6:31 बजे शुरू होगा और उसी दिन रात 8:11 बजे समाप्त होगा। हालांकि ज्योतिषाचार्यों का मत है कि 31 अगस्त को पूर्णिमा तिथि सुबह 07:05 बजे तक ही है ऐसे में राखी सुबह 07:05 बजे तक ही बांधी जा सकती है।

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