चाईबासा : प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने कोल्हान इलाके में ग्रामीणों से मंगलवार (18 अप्रैल) को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जंगल में प्रवेश नहीं करने को कहा है। उन्होंने कोल्हान के जंगल क्षेत्र में आईईडी बम बिछाने की बात कही है। ग्रामीण जंगल में प्रवेश ना करें. दक्षिणी जोनल कमेटी भाकपा माओवादी संगठन ने प्रेस विज्ञप्ति भी जारी करके 10 बिदुओं पर इलाके के लोगों से अपील की गई है।

यह है माओवादियों की सलाह

  1. आप तमाम ग्रामीणों, लकड़हारों, चरवाहों को सूचित किया जाता है कि आपलोग पहले जैसा सावधानी बरतते आये हैं वैसा ही सावधानी बरतते रहें। इस मामले में अनदेखी व लापरवाही बिल्कुल ही नहीं करें।
  2. किसी भी अनहोनी को अनदेखी तथा पुलिस के बहकावे या दबाव में आकर गांव से दूर जंगल-पहाड़ में बिल्कुल ही नहीं घुसें । इस पुलिसिया दमन अभियान बंद होने तक मवेशियों को भी पहले से निर्धारित इलाके में ही चराते रहें।
  3. आप यह गलतफहमी में नहीं रहें कि जंगल जल गई है या बहुत दिन बीत गया है। अब यहां, इधर कुछ नहीं है। ऐसा सोचकर लापरवाही में अपना मूल्यवान प्राण न गंवाएं। क्योंकि बारूदी सुरंग सहित तमाम उपकरण जमीन के है। वह खुलेआम नहीं दिखता है और आग या पानी से भी बिल्कुल ही नुकसान नहीं होता है।
  4. रोड – रास्ता व गांव के अगल-बगल का जंगल पहाड़ में काटकर गिराया हुआ लकड़ी या किसी अनजान तथा अनहोनी चीजों को देखने पर वहां से तुरंत वापस लौट जाएं, उसे बिल्कुल ही नहीं छूएं। क्योंकि बारूदी सुरंग, बी ट्रैप माइन व स्पाइक होल ऑटोमैटिक तरीके से लगाया गया है वह टच होते ही विस्फोट हो जाता है। जिसे क्षणभर में किसी की भी प्राण चली जा सकती है। या स्पाइक होल में गिरकर घायल अथवा मारे जा सकते।
  5. गाड़ी मालिक व ड्राइवर भी पूर्व सूचना को वैसा ही अवश्य पालन करें यानी रोड – रास्ता में गाड़ी चलाने का समय-सारणी पर ध्यान दें। बीच-बीच में हॉर्न बजाते चलें। आपको भी यह मालूम है ही कि थोड़ी सी भूल बड़ी दुर्घटना होती है।
  6. इस पुलिसिया दमन अभियान के कारण आप तमाम ग्रामीण वनोपज सहित अन्य आवश्यक चीजों को संग्रह करने के लिए जंगल पहाड़ नहीं जा पाने से आपकी आर्थिक स्रोत बंद होने व जान-माल तक के तमाम तरह की नुकसान होती है। आपकी इस समस्या व परेशानी को हम समझ रहे हैं और इसे हम अपने तरीके से हर संभव हल करने का प्रयास कर रहे हैं। आगे भी प्रयास करते रहेंगे।
  7. कोल्हान में चल रहे लड़ाई व संघर्ष से उत्पन्न तमाम समस्या व परेशानी का जिम्मेवार तथा पहलकदमी हमारे हाथ में नहीं है वह लूट और युद्ध में उन्माद शोषक-शासक वर्गों और उसके पुलिस-प्रशासन के हाथों में है। इसलिए वही उसका जिम्मेवार हैं तथा उसी पर निर्भर करता है।
  8. गांव से दूर जंगल-पहाड़ व नदी-नालों में महुआ चुनने, पियार व केन्दु पत्ता तोड़ने, मछली मारने सहित किसी भी कार्यों के लिए बिल्कुल ही नहीं जाएं।
  9. हमारी अतिआवश्यक पूर्व सूचना व अपील को अनदेखी तथा घोर अवहेलना कर आये दिन बारूदी सुरंग, बुबी ट्रैप माइन और स्पाइक होल के चपेट में आकर अपना जान गंवा और घायल हो रहे हैं। इसका जिम्मेवार हम नहीं सरकार व पुलिस-प्रशासन एवं खुद भुक्तभोगी लोग हैं। हमारी लड़ाई पुलिसकर्मी के साथ भी नहीं है। लेकिन वे लोग शोषक- शासक वर्गों के पक्ष में लड़कर फोकट में अपना जान गंवा रहे हैं, जिसका हमें खेद हैं।
  10. आप तमाम कोल्हानवासियों से यह भी अपील किया जाता है कि इस दौरान अपने आपको बचने के लिए तमाम तरह की सावधानियां बरतने के साथ-साथ सरकार तथा पुलिस-प्रशासन से भी इस पुलिसिया दमन अभियान – को अविलंब बंद करने व ग्रामीण क्षेत्रों से पुलिस कैंप अविलंब वापस लेने का मांग करें।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...