पश्चिमी चंपारण। आज कल मार्डन शादी के नाम पर परंपरा की बलि चढ़ायी जा रही है। ऐसा ही एक मामला बिहार के पश्चिमी चंपारण में सामने आया, जहां एक परिवार में मटकोर की रश्म फुआ या बहन के बजाय जेसीबी से करवायी गयी। हद तो ये है कि ये बुआ या बहन के रुसने की वजह से नहीं किया गया, बल्कि दुल्हा अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता था, इसलिए उसने शादी में जेसीबी बुलवायी।

मामला पश्चिमी चंपारण के मझौलिया थाना क्षेत्र के गुरचुरवा वार्ड नं-9 का है। बारात मनुआपुल थाना क्षेत्र अंतर्गत लापटही कोईरीटोला जाएगी। इससे पहले मटकोर की रश्म थी। बेटे की मटकोर की रस्म बुआ, बहन से न करवाकर जेसीबी से कराने की हर जगह हो रही है। इसका वीडियो भी सामने आया है। जेसीबी से गड्ढा खोदकर दूल्हे की रस्म कराई जा रही है। आसपास महिलाओं की भीड़ भी लगी है। बताया जाता है कि महावीर प्रसाद कुशवाहा के बेटे आलोक कुमार की शादी 21 अप्रैल को होनी है।

दुल्हा आलोक दिल्ली में रहकर कारपेंटर का काम करता है। उसने शादी में दहेज भी नहीं ली है। मेरा बेटा अपनी शादी को यादगार बनाना चाह रहा था इसलिए कथा मटकोर में जेसीबी का इस्तेमाल किया। दूल्हा आलोक कुमार ने बताया कि कुदाल से मिट्टी खोदने की प्रथा तो पुरानी हो गई है। इसलिए हम नई प्रथा लाए हैं, जो कभी नहीं हुआ हो। वहीं, इस दौरान काफी संख्या में भीड़ भी लगी थी।

कई जगहों पर इसकी आलोचना भी हो रही है। लोगों का कहना है कि जेसीबी से मिट्टी खोदने का मतलब बहन और बुआ के अधिकार छीनना है। आपको बता दें कि हिन्दू रीति रिवाज में शादी के एक दिन पहले कथा मटकोर की रस्म अदा की जाती है। मटकोर के दिन बहन और बुआ माटी कुदाल से खोदकर इस रस्म को अदा करती है, लेकिन यहां ऐसा तो दुल्हा ने अजब ही काम कर दिया।

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