Loksabha Elections 2024: प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी परिवार को लेकर इस चुनाव में बड़ा खुलासा किया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस बार सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा इस बार चाहते हुए भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट नहीं डाल पाएंगे। छत्तीसगढ़ की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस की इस चुनाव में हालत ऐसी हो गयी है कि गांधी परिवार के लोग इस बार कांग्रेस प्रत्याशी को वोट भी नहीं कर पायेंगे।

कांग्रेस की स्थिति तो ऐसी है कि दिल्ली में जहां ये शाही परिवार रहता है, वहां इस परिवार के नसीब में अपने पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने का अवसर नहीं है। अब वो हिंदुस्तान भर में वोट मांग रहे हैं। खुद का वोट कांग्रेस को नहीं जायेगा और आपको कहते हैं वोट दो। क्योंकि, ये शाही परिवार जहां रहता है, वहां इनका कांग्रेस का कंडीडेट ही नहीं है।

Pm मोदी

ये है वजह
अहम सवाल यह है कि, गांधी परिवार के मतदाता और पार्टी के शीर्ष नेता कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट क्यों नहीं डाल पाएंगे. इसका जवाब यह है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली के मौलाना आजाद रोड स्थित निर्माण भवन बूथ पर वोट डालती हैं. राहुल गांधी औरंगजेब लेन स्थित अटल आदर्श विद्यालय, प्रियंका गांधी वाड्रा लोधी इस्टेट के अटल आदर्श विद्यालय और राबर्ट वाड्रा लोधी इस्टेट स्थित विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने बूथ पर मतदान करते आए हैं. ये सभी बूथ नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में स्थित है. नई दिल्ली संसदीय सीट गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के कोटे में हैं. यही वजह है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा इस बार चाहते हुए भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट नहीं डाल पाएंगे।

दिल्ली की 7 सीटों में आप 4 सीटों पर लड़ रही है
दिल्ली की सात लोकसभा सीट पर कांग्रेस इस बार आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. इंडिया गठबंधन फार्मूले के तहत सात में से चार सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में गई हैं. जबकि तीन सीटें कांग्रेस के खाते में आई हैं. इनमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली की सीटें शामिल हैं।आम आदमी पार्टी के खाते में जो चार सीटें गई हैं, उनमें नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, पूर्वी दिल्ली शामिल हैं. आम आमदी पार्टी ने इन सीटों पर क्रमश: सोमनाथ भारती, सहीराम पहलवान, महाबल मिश्रा और पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार को प्रत्याशी बनाया हैं। महाबल मिश्रा कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली में पार्षद, विधायक और सांसद रह चुके हैं। इस बार वह आम आदमी पार्टी की टिकट पर पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं। नई दिल्ली संसदीय सीट पर साल 1952 से 2009 तक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी हर बार चुनाव लड़े हैं। सात बार कांग्रेस के प्रत्याशी नई दिल्ली से जीत हासिल करने में भी कामयाब हुए। 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस नेता अजय माकन चुन गए था। लेकिन, 2014 और 2019 में कांग्रेस को यहां हार झेलनी पड़ी। भाजपा की मीनाक्षी लेखी लगातार दो बार चुनाव जीतीं।

बांसुरी स्वराज Vs सोमनाथ भारती
वहीं, भाजपा ने अब तक नई दिल्ली लोकसभा सीट पर 11 बार जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्व राज की बेटी बांसुरी स्वजराज को अपना उम्मीपदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमनाथ भारती मैदान में हैं। सोमनाथ भारती आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और दिल्ली् सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में ग्रेजुएशन की है। उन्होंने लंदन के बीपीपी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्टर्स की है। ‘आप’ के सोमनाथ भारती की बात की जाए तो वह भी पेशे से वकील हैं। वह दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। सोमनाथ भारती ने 1997 में आईआईटी दिल्ली से एमएससी की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की और दिल्ली हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है।

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