रांची। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड चैप्टर के निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने शनिवार को सभी जिलों के कोविड टीकाकरण नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए पूजा पंडालों में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए। प्रजनन बाल स्वास्थ्य कार्यालय परिसर में नोडल अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक में सिंह ने टीकाकरण अभियान के लिए जिलावार लक्ष्य निर्धारित किया। निदेशक ने कहा कि महामारी अभी शाम नहीं हुई है। अधिकारियों से 18 वर्ष अधिक उम्र के लोगों को दूसरी और एहतियाती खुराक के बारे में जागरूक करने का आग्रह किया।

वहीं झारखंड का स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग इस बार रांची और पूरे झारखंड में नागरिकों और दुर्गा पूजा आयोजन समितियों के लिए कोराना से संबंधित कोई विशेष निर्देश दे रहा है।

लोगों से मास्क लगाने का किया जाएगा आग्रह

रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने कहा कि ‘विभाग द्वारा अब तक कोई विशेष दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। और इसलिए हम मौजूदा उपायों को ही अपना रहे है। यह निर्णय लिया गया है कि शहर के सभी दुर्गा पूजा पंडाल में पोस्टर लगाए जाएंगे, जिसमें नागरिक से पंडाल के दौरान मास्क पहनने का आग्रह किया जाएगा। जागरूकता अभियानों के अलावा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी राज्य की राजधानी और जिले में आबादी का टीकाकरण करने के लिए टीकाकरण केंद्र की स्थापना जारी रखेंगे।

धनबाद के सिविल सर्जन ने चिन्हित किया पंडाल

सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने जिले भर के भीड़भाड़ वाले पंडालों को चिन्हित किया है एवं सख्त निर्देश देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कहा है कि सभी पूजा पंडालों में कोविड-19 से संबंधित टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जाए। जिसकी मॉनिटरिंग प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्वयं करेंगे। इसका असर देखने को मिला आमतौर पर निजी प्रैक्टिस में व्यस्त रहने वाले गोविंदपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एच रहमान पंडालों का निरीक्षण करते हुए देखे गए, जहां पर सुचारू रूप से टीकाकरण के अंदर कार्यरत थे। सिविल सर्जन ने यह भी कहा है टीकाकरण केंद्र को मॉनिटरिंग करने से संबंधित सभी प्रबंधक और पदाधिकारी भी अपने-अपने कार्यालय में मौजूद रहेंगे, ताकि किसी भी परिस्थिति में पूजा पंडालों में काम कर रहे हैं स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी ना हो। आदेश का अनुपालन नहीं करने वाले प्रबंधक और चिकित्सा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य सचिव करेंगे समीक्षा

अपर मुख्य सचिव सह प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह 7 अक्टूबर को कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा बैठक करेंगे। जिन जिलों की उपलब्धि कम रहेगी उस पर कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है। आशंका यह भी है सचिव इसे लापरवाही मानते हुए कोई कड़ा निर्देश जारी कर सकते हैं। यही वजह है कि सभी जिलों के सिविल सर्जन और कोविड-19 से जुड़े पदाधिकारियों के हाथ पांव फूले हुए है। इधर पंडालों में आने वाले दर्शक टीका लेने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जहां धर्म और आस्था की बात हो वहां विभाग के पदाधिकारी भी पंडाल में कोई कड़ा निर्देश नहीं दे पा रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पंडालों में जिस तरह से कैंप लगाया गया है उस हिसाब से उपलब्धि ना के बराबर मिल रही है।

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