रांची। चुनाव चल रहा है। आचार संहिता की निगरानी में हर अधिकारी-कर्मचारी है। इन सबके बीच धनबाद विशेष शाखा के डीएसपी पर गाज गिर सकती है। दरअसल पूरा मामला गोपनीय पत्र के सार्वजनिक होने से जुड़ा है। दरअसल विशेष शाखा की तरफ से चिट्ठी जारी कर जातियों की जिलावार संख्या मांगी गयी थी। चिट्ठी लीक होने पर विशेष शाखा धनबाद के डीएसपी को मुख्यालय क्लोज कर दिया गया है।

हालांकि विभाग की दलील है कि ये रूटिन प्रक्रिया है, लेकिन जिस तरह से ये चिट्ठी सार्वजनिक हुई, वो डीएसपी की लापरवाही का उजागर करता है। लिहाजा ये कार्रवाई की गयी है। दरअसल हर बार चुनाव में लॉ एंड आर्डर के नजरिये से मतदाताओं की जातिगत संख्या व प्रतिशत जुटायी जाती है। ये पूरा काम गोपनीय होता है। विशेष शाखा मुख्यालय अपने ही डीएसपी को गोपनीय चिट्ठी भेजकर यह सूचना जुटाती है, जिसका एक बुकलेट तैयार होता है। जो संबंधित अफसरों को भेजा जाता है।

ये पूरा काम सुरक्षा के मद्देनजर किया जाता है, तांकि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर पुलिस की डिप्लायमेंट की जा सके। इसी संदर्भ में डीएसपी से गोपनीय रिपोर्ट के लिए चिट्ठी जारी की गई थी। धनबाद में विशेष शाखा के उक्त डीएसपी ने इसपर खुद कार्य नहीं कर वहां के डीसी से ही सूचना मांग दी। यह विशेष शाखा की गोपनीयता भंग करना व अनुशासनहीनता है। यही वजह है कि डीएसपी पर कार्रवाई की जा रही है।

दरअसल हुआ यूं था कि विशेष शाखा ने अपने सभी 24 जिलों के डीएसपी से लोकसभा चुनाव-2024 के आलोक में वर्तमान भौगोलिक स्थिति एवं राजनीतिक परिदृश्य तथा मतदाताओं का जिलावार जातिगत संख्या व प्रतिशत से संबंधित विवरणी मांगा था। तीन अप्रैल को यह पत्र सभी 24 जिलों के विशेष शाखा के डीएसपी को भेजा गया था। उन्हें इस पर जल्द रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था। इस चिट्ठी के सार्वजनिक होते ही बवाल मच गया। लिहाजा एक्शन भी लिया गया है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...