जामताड़ा। मिन्हाज अंसारी हत्याकांड में तत्कालीन थाना प्रभारी हरीश पाठक की मुश्किलें बढ़ गयी है। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। एसीजेएम कोर्ट जामताड़ा के आदेश के बाद दारोगा की गिरफ्तारी होने की आशंका बढ़ गयी है। दरअसल साल 2016 में एक वाट्सएप ग्रुप पर विवादित पोस्ट करने के बाद नारायणपुर थाने की पुलिस ने दिघारी निवासी मिन्हाज अंसारी को हिरासत में लिया था।

आरोप है कि थाने में पिटाई के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने थानेदार हरीश पाठक पर पीटकर मारने का आरोप लगाया था। बाद में राज्य सरकार के आदेश पर युवक के घरवालों को 2.20 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था। इस मामले में जामताड़ा के तत्कालीन एसपी मनोज सिंह ने हरीश पाठक को निलंबित कर दिया था।

मारपीट और प्रताड़ना के मामले में मिन्हाज के घरवालों के आवेदन पर नारायणपुर के थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था।ममाले में पुलिस ने बचाव करते हुए कहा था कि गिरफ्तारी के बाद युवक की तबीयत खराब होने पर पहले जामताड़ा में उसका इलाज कराया गया। इसके बाद उसे धनबाद भेजा गया फिर स्थिति बिगड़ने पर रांची रेफर किया गया था।

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