जामताड़ा। ट्रेन हादसे की मौत के आंकडों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अभी तक सिर्फ 2 मौत की ही पुष्टि हुई है, जबकि स्थानीय लोगों का दावा 12 लोगों की मौत का है। इधर ट्रेन हादसे के बाद अधिकारियों की टीम मौके पर है। रेस्क्यू का काम जारी है। इधर घटना की वजह से ट्रेन यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। हादसे के बाद ट्रेनों को जामताड़ा, चित्तरंजन, मधुपूर और जसीडीह में रोका गया है। रेलवे की टीम रेस्क्यू में जुटी है। 6 एंबुलेंस की मदद से घायलों और मृतकों को जामताड़ा अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद जामताड़ा एसडीओ आनंत कुमार, रेलवे प्रशासन, रेल पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचे हैं। घायलों को अस्पताल भेजने में जुट गए हैं।हादसे के संबंध में पीआरओ बिपल्व बाउरी ने बताया कि अब तक दो लोगों की मौत की सूचना है। हादसा कैसे हुआ है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। घायलों की संख्या के बारे में हमारे पास अभी कोई सूचना नहीं है।

रेलवे की तरफ से आग लगने की आशंका वाली बात नहीं कही गई है। बताया गया कि ट्रेन नंबर 12254 अलार्म चेन खींचने की वजह से रुकी हुई थी। तब ही दो लोग ट्रैक पर आ गए जिनको MEMU ट्रेन ने कुचल दिया. रेलवे के मुताबिक, आग लगने की कोई घटना नहीं हुई थी। रेलवे का कहना है कि मारे जाने वाले ट्रेन के यात्री नहीं थे. इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बना दी गई है.

इस तरह से हुआ हादसा
घटना जामताड़ा-करमाटांड़ रूट पर कलझारिया रेलवे हॉल्ट के पास की है। यह हावड़ा-नई दिल्ली मेन लाइन हैं। इस लाइन से भागलपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन रेल यात्रियों को कटते हुए निकल गई। हादसे के वक्त करमाटांड़ और जामताड़ा के बीच कालाझरिया रेलवे हाल्ट पर आसनसोल-झाझा पैसेंजर ट्रेन रुकी थी, जिससे यात्री नीचे उतरे हुए थे। इसी दौरान भागलपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन गुजर रही थी, जिसके चपेट में लोग आ गए।

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