तपती गर्मी Bye-Bye! 15-20 जून तक कई राज्यों में भारी बारिश और तेज आंधी का खतरा

नई दिल्ली, 14 जून 2025: देश इन दिनों मौसम के दो विपरीत रूपों का सामना कर रहा है—पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत भारी बारिश से बेहाल हैं, वहीं उत्तर-पश्चिमी राज्यों में भीषण गर्मी लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 14 जून से 20 जून तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, तेज आंधी और तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की है।
इन राज्यों में मचेगा बारिश और तूफान का कहर
दक्षिण भारत:
केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी और कराईकल जैसे राज्यों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।
पश्चिम भारत:
कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में 14 से 17 जून के बीच तेज बारिश और तेज हवाओं की संभावना है।
पूर्व और मध्य भारत:
छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 15 से 19 जून के बीच बारिश का दौर जारी रहेगा। बिहार में 19 जून को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
उत्तर भारत:
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 14 से 19 जून के बीच बारिश, गरज-चमक और धूलभरी आंधी का सिलसिला जारी रह सकता है। हवाएं 50 से 70 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
हल्की से मध्यम बारिश वाले क्षेत्र
मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भी गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में बिजली गिरने और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है।
राजस्थान अब भी गर्मी की गिरफ्त में
राजस्थान अब भी मानसून की प्रतीक्षा में है। अगले 6 दिनों तक यहां गर्म और धूलभरी हवाएं चलेंगी। हालांकि, कुछ हिस्सों में बादल छा सकते हैं और हल्की बारिश से अस्थायी राहत की उम्मीद है।
मौसम वैज्ञानिकों की राय
विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। हालांकि इसकी गति उत्तर-पश्चिमी भारत में धीमी है, लेकिन पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में इसका प्रभाव तेज़ी से देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति भी बनी हुई है।
IMD की अपील – सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
IMD ने नागरिकों से आग्रह किया है कि जहां-जहां तेज बारिश और आंधी की आशंका है, वहां लोग सतर्कता बरतें:
बिजली गिरने के समय खुले स्थानों पर न जाएं
पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाकर रखें
प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें, विशेषकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में