जेटेट परीक्षा के पहले ही बखेड़ा शुरू, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से घिर रही है सरकार, अब बीच का रास्ता निकालने की तैयारी
The ruckus started even before the JTET exam, the government is being surrounded by both the ruling and opposition parties, now preparations are being made to find a middle path

Jharkhand TET Exam: झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा से पहले ही विवाद शुरू हो गया है। सालों बाद हो रहे टेट परीक्षा में भाषा चयन को लेकर विवाद जारी है। जानकारी के मुताबिक क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं की सूची को लेकर कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहा है। इस मामले में अब सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के लोग भी सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं।
इधर अपनों के साथ-साथ विरोधियों की आलोचना से घिरी हेमंत सरकार अब इस मामले में बीच का रास्ता निकालने की तैयारी में है। जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने कार्मिक विभाग को चिठ्ठी लिखकर जिलास्तरीय क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा की सूची में संशोधन का आग्रह किया है। ऐसे में उम्मीद है कि खूंटी में मुंडारी और पलामू में भोजपुरी शामिल होने की संभावना है।
आपको बता दें कि भाषा चयन को लेकर वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के बाद पूर्व मंत्री और जेएमएम नेता मिथिलेश ठाकुर ने भी पलामू, गढ़वा क्षेत्र में नागपुरी के बजाय भोजपुरी को शामिल करने को लेकर मुख्यमंत्री को चिठ्ठी लिखी थी। वहीं विपक्ष भी इसी बहाने सरकार को घेरने में जुटा है।
संथाल के जिलों में अंगिका को नजरअंदाज किए जाने की आलोचना करते हुए बीजेपी नेता और गोड्डा के पूर्व विधायक अमित मंडल कहते हैं कि सरकार को अपने क्षेत्र का ज्ञान नहीं है। उसको यह पता नहीं है कि जिलों में कौन सी भाषा बोली जाती है।
खूंटी में मुंडारी भाषा को हटाए जाने से स्पष्ट होता है कि सरकार को यह पता नहीं है कि रांची के बगल के जिले में कौन सी भाषा बोली जाती है। इसी तरह पलामू में भोजपुरी को हटाने का क्या औचित्य है, यह समझ से पड़े है. इसी तरह से संथाल के साथ अनर्थ हो गया।
गोड्डा में सबसे ज्यादा अंगिका बोली जाती है, वहां विश्वविद्यालय में अंगिका की पढ़ाई होती है, ऐसे में अंगिका को वहां से हटाना अंगिका भाषा भाषियों का अपमान है। इसी तरह कुरमाली को हटा दिया गया, वहां से जो अच्छे खासे लोग बोलते थे। उन्होंने कहा कि सरकार चाह रही है कि जेटेट की परीक्षा विवाद में फंसकर रुक जाए, क्योंकि लोग नाराज होकर कोर्ट जाएंगे।