हे भगवान! इंजीनियर परिवार में इतना दुख…पिता और भाई की मौत से दुखी बेटे ने की आत्महत्या, मां को आया हार्ट अटैक
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखनऊ में एक वारदात की खबर सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जायेंगे। पिता और भाई की मौत के बाद दुखी छोटे भाई ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इधर सदमे में मां को हार्ट अटैक आ गया। गंभीर हालत में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डाक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बतायी है। मामला लखनऊ के त्रिवेणी नगर की मौसम बाग कॉलोनी का है। जहां एक इंजीनियर परिवार में छोटे बेटे की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। यहां रिटायर्ड इंजीनियर नागेंद्र प्रताप सिंह अपने बेटे सूरज प्रताप सिंह, बहू रूबी और दो पोतों श्रीकांत और कृष्णकांत के साथ रहते थे।
इंजीनियरिंग कर चुके श्रीकांत प्रताप सिंह की लॉकडाउन के दौरान जॉब छूट गई थी. तभी से वह अपने लखनऊ स्थित घर पर ही रह रहा था. इसी बीच मार्च में पिता और भाई की मौत ने उसे दुखी कर दिया. अब सोमवार को जब वह देर तक सोकर नहीं उठा तो मां ने उसे जगाया. लेकिन वह कुछ बोला नहीं. फिर उसके बाबा नागेंद्र बाहर जाकर पड़ोसियों को बुलाकर लाए. पड़ोसी श्रीकांत को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बेटे की मौत से दुखी पिता ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में चला गया। घटना के डेढ़ माह बाद अब घर के बड़े बेटे ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली। वहीं परिवार में एक के बाद एक तीन मौत से सदमे में आयी मां को दिल दौरा पड़ गया।
बुजुर्ग नागेंद्र प्रताप सिंह पर दुखों का पहाड़ तब टूटा, जब बीती 31 मार्च को उनके छोटे पोते कृष्णकांत की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. उधर, बेटे की मौत से सदमे में डूबे पिता सूरज प्रताप सिंह ने भी उसी दिन अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था।
डेढ़ महीने पहले ही पति और छोटे बेटे को खोने से मां रूबी गम में डूबी हुई थी। अब उन्हें बड़े बेटे श्रीकांत के गुजर जाने का पता लगा तो वह बुरी तरह टूट गईं। अपने इकलौते सहारे के चले जाने का सदमा रूबी बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। पड़ोसी रूबी को लेकर शहर के मिडलैंड हॉस्पिटल लेकर गए. फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी है।