रांची। कोरोना के खौफ में गुजरे दो साल बाद इस बार त्योहार की खुमारी फिर से रंग में लौट आयी है। इस बार लोग धूमधाम से दुर्गापूजा, दीपावली, काली पूजा और छठ पूजा मनाने वाले हैं, लिहाजा भीड़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सख्त तैयारी की है। पूजा पंडाल से लेकर विसर्जन तक को लेकर प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी कियै हैं। गाइडलाइन के मुताबिक, दुर्गापूजा में गुफानुमा पंडाल का निर्माण नहीं होगा। ताकि लोगों को असुविधा ना हो। वहीं विसर्जन जुलूस में डीजे का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा। आतिशबाजी पर भी रोक रहेगी। विसर्जन में शामिल होने वालों की सूची दो दिन पहले अधिकारियों को देनी होगी। सुरक्षा और ला एंड आर्डर के मद्देनजर बड़े पैमाने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की भी तैनाती की जायेगी।

पूजा समितियों को इन नियमों को करना होगा पालन

  • दुर्गापूजा समितियां बिजली कनेक्शन लेंगी. नियमानुसार कनेक्शन प्रमाण पत्र लेना होगा
  • पंडाल खुला होगा : गुफानुमा पंडाल का निर्माण नहीं कराया जायेगा, अग्निशमन विभाग का प्रमाण पत्र प्राप्त करना जरूरी है
  • प्रतिमा की देखरेख के लिए स्वयंसेवकों प्रतिनियुक्ति करनी होगी, फोटोयुक्त पहचान पत्र निर्गत कराना होगा
  • पंडाल में प्रवेश और निकासी के अलग-अलग द्वार बनाये जाएंगे. पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग कतार होगी
  • पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करनी होगी, पंडाल के भीतर-बाहर सीसीटीवी व वॉच टावर स्थापित करना होगा
  • विसर्जन जुलूस में डीजे का उपयोग नहीं किया जायेगा, सदस्यों की संख्या दो दिन पहले थाने को देनी होगी, जुलूस में आतिशबाजी नहीं होगी.
  • प्रत्येक दुर्गापूजा समिति से संवाद स्थापित करना सुनिश्चित करेंगे
  • दुर्गापूजा के समापन तक प्रत्येक सप्ताह संबंधित थाने में शांति समिति की बैठक होगी
  • दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के लिए ससमय नियमानुसार लाइसेंस संबंधित पदाधिकारी निर्गत कराना सुनिश्चित करेंगे – लाइसेंस की शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे.

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