धनबाद: गणेश चतुर्थी का त्योहार बेहद ही खास और लोगों के लिए बेहद ही जरूरी होता है। इस दिन को बेहद ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसे में लोग अपने घर में इस दिन गणेश जी की स्थापन करते हैं और चतुर्थी से लेकर 10 दिनों का गणेश महोत्सव मनाते हैं। ऐसे में आप यदि अपने घर में गणेश जी की मूर्ति लेकर आ रहे हैं तो ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि किस प्रकार की मूर्ति खरीदें और किसी तरह की मूर्ति न खरीदें।
ऐसी मूर्ति न खरीदें
- गणेश जी की मूर्ति खरीदते वक्त सबसे पहले आप उनकी सूंड पर ध्यान दें। बता दें कि गणेश जी की सूंड़ का भी बहुत महत्व है।
- ऐसे में आप ये देखें कि गणपति की मूर्ति में उनकी सूंड किस हाथ की तरफ मुड़ी हुई है। ध्यान रहे कि उनकी सूंड बाएं हाथ की तरफ मुड़ी होनी चाहिए। जी हां, दाईं तरफ मुड़ी हुई सूंड तांत्रिक साधना के लिए इस्तेमाल की जाती है।
मूर्ति का ऐसे करें चुनाव
- मूर्ति खरीदते समय ध्यान दें कि उनके हाथ में मोदक है या नहीं। बता दें कि ये मूर्ति घर में सुख-समृद्धि लेकर आती है।
- गणेश जी की मूर्ति खरीदते वक्त ध्यान दें कि गणेश जी का वाहन यानी मूषक उस मूर्ति में उपस्थिति है या नहीं। उसकी उपस्थिति बेहद जरूरी है
- गणेश जी की खड़ी मूर्ति भी नहीं लेनी चाहिए। व्यक्ति को गणेश जी की विराजमान मूर्ति लेनी चाहिए।
नोट – इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। Hpbl.co.in इसकी पुष्टि नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।