पलामू। घूसखोर कर्मचारी को ACB ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कर्मचारी का नाम परवेज आलम है, जो जिले के पाटन अंचल में पदस्थ है। एंटी करप्शन ब्यूरो की पलामू टीम ने अंचल कार्यालय से उन्हें गिरफ्तार किया। जमीन म्यूटेशन के कार्य के लिए राजस्व कर्मचारी घूस ले रहा था। कर्मचारी परवेज आलम पांकी प्रखंड अंतर्गत तेतराई गांव का निवासी है। वर्ष 2018 में उसकी नौकरी लगी है। 8 दिसंबर 2022 से वह पाटन अंचल में राजस्व कर्मचारी के पद पर कार्यरत है।

दरअसल एसीबी को नूर आलम नाम के युवक ने शिकायत की थी, कि उसकी जमीन का म्यूटेशन नहीं हो रहा है। जनकारी के मुताबिक नावाजयपुर थाना क्षेत्र के हरैयाखुर्द के रहने वाले दो भाई नूर आलम और तस्कीम अंसारी ने गांव में ही 5.90 डिसमिल जमीन पिछले साल अगस्त माह में लेयाकत हुसैन से खरीदा था। इस जमीन का म्यूटेशन कराने के लिए दोनों भाई परेशान थे। दोनों ने म्यूटेशन से संबंधित सारे कागजात ऑनलाइन जमा करने के बाद भी घूस नहीं देने के कारण अंचल कार्यालय से म्यूटेशन नहीं हो रहा था।

हल्का नंबर 10 के कर्मचारी परवेज आलम ने म्यूटेशन के एवज में 7000 रुपये मांगे थे। आवेदक द्वारा घूस के लिए पैसा नहीं होने की बात कहने पर भी राजस्व कर्मचारी रिश्वत के लिए अड़ा रहा। जिसके बाद एसीबी से शिकायत हुई और फिर राजस्व कर्मचारी को कार्यालय मंल घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

जानकारी के मुताबिक कर्मचारी के साथ ही प्रभारी सीआई का भी काम परवेज आलम के जिम्मे था। साथ ही दो जगह के हल्का कर्मचारी के प्रभार में भी था। पाटन कार्यालय से गिरफ्तार करने के बाद राजस्व कर्मचारी को मेदिनीनगर एसीबी के कार्यालय लाया गया। यहां से उसे मेडिकल जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसीबी की कार्र्वाई के बाद कुछ देर के लिए ब्लाक में हड़कंप मच गया।

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